मुख्यमंत्री ने आपदा सहायता में प्रदेश के 8 लाख से अधिक श्रमिकों के खातों में दूसरी किश्त की राशि जारी की।

मुख्यमंत्री ने आपदा सहायता में प्रदेश के 8 लाख से अधिक श्रमिकों के खातों में दूसरी किश्त की राशि जारी की।

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्रमिकों के जाने हाल और लॉकडाउन का पालन करने के निर्देश दिये।

उज्जैन से संजय शर्मा की ख़बर।

उज्जैन। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लॉकडाउन होने के कारण प्रदेश के जिलों के श्रमिकों से हालचाल जाने और उन्हें कहा कि वे कोरोना संक्रमण की महामारी से डरें नहीं अपितु सावधानी बरतें।

लॉकडाउन का अनिवार्य रूप से पालन करें। मुख्यमंत्री ने वीसी के माध्यम से आपदा सहायता में प्रति श्रमिकों को प्रदेश के लगभग 8 लाख से अधिक श्रमिकों के खाते में एक हजार रूपये के मान से उनके बैंक खातों में दूसरी किश्त की राशि जारी की और श्रमिकों से राशन, गैस टंकी आदि के बारे में जानकारी ली।

उन्होंने उज्जैन संभाग के उज्जैन जिले के नागदा निवासी श्रमिक जगदीश पुरोहित, मंदसौर निवासी कैलाश माली, रतलाम निवासी ईश्वरलाल सहित प्रदेश के अन्य जिलों के श्रमिकों से रूबरू वीसी में चर्चा कर उनके हाल जाने।

वीसी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्रमिकों से चर्चा के दौरान कहा कि लॉकडाउन, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। महामारी से डरें नहीं। उल्लेखनीय है कि भवन एवं संनिर्माण योजना के अंतर्गत पंजीकृत श्रमिकों से मुख्यमंत्री ने वीसी में चर्चा कर उनके राशन, खातों में डाली गई राशि के बारे में जानकारी प्राप्त कर हालचाल जाने।

उज्जैन सहायक श्रमायुक्त श्रीमती मेघना भट्ट ने बताया कि उज्जैन जिले में लगभग 6 हजार श्रमिकों के खाते में दूसरी किश्त प्रति श्रमिक के खाते में एक हजार रूपये के मान से राशि डाली गई है।

लॉकडाउन में गाईडलाइन के आधार पर कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीसी के माध्यम से जिला कलेक्टरों को निर्देश दिये कि वे लॉकडाउन के दौरान भारत सरकार के द्वारा तय की गई गाईडलाइन के आधार पर अपने-अपने जिले में कार्यवाही करना सुनिश्चित की जाए।

जिला कलेक्टर कोरोना संक्रमण की रोकथाम के आवश्यक उपाय कर कोरोना से मुक्त होने के लिए समन्वय के साथ कार्य किया जाए ताकि जिला एवं प्रदेश कोरोना से मुक्त हो सके।

समाज के हर वर्ग को साथ में लेकर इस महामारी को समझाकर पालन कराया जाना सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री ने आयुक्त, आईजी, कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिये हैं कि वे आपसी तालमेल से जिम्मेदारी के साथ काम कर कोरोना जैसी खतरनाक महामारी को रोकने का प्रयास किया जाये।

मुख्यमंत्री ने वीसी में निर्देश दिये कि अधिकारी जी जान लगाकर कोरोना महामारी का डटकर मुकाबला कर इसे मुक्त किया जाए। कानून व्यवस्था के बारे में मुख्यमंत्री ने पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिये कि वे अपने-अपने जिलों में किसी भी प्रकार की घटनाएं न हों, लुटपाट आदि की घटनाएं न हों, अपराधियों के साथ सख्ती से निपटा जाए और दंडित कर सजा दिलाई जाए। जिले में कानून व्यवस्था का पालन अनिवार्य रूप से हो इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए। अपराधों को रोकना अनिवार्य है।

ग्रामीण अंचलों में मनरेगा में काम चलता रहे, ताकि मजदूरों को काम मिल सके और उनका जीवन यापन चल सके। मनरेगा में जितने काम सृजित किये जाएं उतने काम किये जाएं।

मुख्यमंत्री ने वीसी में गेहूं उपार्जन की समीक्षा कर कहा कि तय समय सीमा में खरीदी की जाए। राशन वितरण समय पर हो, इस कार्य में किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि टास्क के रूप में इस संकट की घड़ी में कार्य किया जाए। कन्टेटमेंट एरिया का विशेष ध्यान दिया जाए और पहली प्राथमिका है कि कोरोना को हर हालत में रोकना है। कोई भी अधिकारी लापरवाही न करें। उन्होंने जिलेवार रेड, औरेंज एवं ग्रीन झोन में दी गई गाईडलाइन का पालन अनिवार्य रूप से किया जाए।

जहाँ राहत दी जाना है उन क्षेत्रों में राहत दी जाए। दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग एवं मास्क लगाने का पालन कराया जाना सुनिश्चित करें।

वीसी में डीआईजी मनीष कपूरिया, कलेक्टर शशांक मिश्रा, पुलिस अधीक्षक सचिन अतुलकर, अपर कलेक्टर क्षितिज शर्मा, एडीएम डॉ.आरपी तिवारी, सीएमएचओ सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।

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