लॉकडाउन के बीच दो जोड़े बंधे परिणय सूत्र में। मास्क पहन कर पहनाई वरमाला।

न बैण्डबाजा, न बारात, सादगी से बने हमसफर। 

जावर से अदनान हुसैन की रिपोर्ट।

लॉकडाउन के बीच दो जोड़े बंधे परिणय सूत्र में। मास्क पहन कर पहनाई वरमाला।

सीहोर जावर। शादी ब्याह का जिक्र आते ही धूमधड़ाका, बैंडबाजा, बारात और दावतों के दृश्य उभर आते हैं, लेकिन कोविड-19 संक्रमण के खतरे के बीच चल रहे लॉकडाउन में बुधवार को सीहोर जिले के जावर में दो जोड़े बड़े ही सादगीपूर्ण ढंग से परिणय सूत्र में बंधे।

दरअसल, मध्यप्रदेश के सीहोर जिले के जावर नगर में भावसार परिवार ने पूर्व में ही अपने बेटे के लग्नविधान को पक्का कर लिया था।

उस समय ऐसा माहौल भी नहीं था। लेकिन आपातकालीन परिस्थिति के इस नाजुक क्षण में सभी आयोजन निरस्त कर केवल परिवार के चुनिंदा सदस्यों के बीच अनूठे अंदाज में परिणय की रस्में अपने ही घर में पूर्ण कीं।

शादी इस ढंग से हुई कि पड़ौसियों को भी महसूस नहीं हुआ।

इसमें भी दुल्हा-दूल्हन सहित सभी लोग मुंह पर मास्क लगाकर सोशल डिस्टेसिंग की पालना करते हुए शामिल हुए।

जावर निवासी लोकेश भावसार पिता रमेश चंद्र भावसार का शुभ विवाह सादगी पूर्ण समारोह में शाजापुर निवासी पूजा पिता जगदीश यादव के साथ शासकीय अनुमति के साथ विधिवत संपन्न हुआ।

इस समारोह की विशेषता यह रही की पूर्णता सादगी के रूप में अनुमति की शर्तों का पालन करते हुए वैवाहिक मांगलिक कार्यक्रम आयोजित किया गया।

जिसमें दूल्हा-दुल्हन इत्यादि को मास्क लगाए गए सैनिटाइजर से हाथ साफ करवाए गए एवं वधू पक्ष से दुल्हन के माता-पिता भाई ताऊ जी आदि पांच लोगों ने ही भाग लिया।

इस विवाह की विशेषता यह रही कि ना तो ढोल बाजे इत्यादि का उपयोग हुआ और ना ही जुलूस इत्यादि कोई भी कार्यक्रम नहीं हुए।

स्थानीय प्रशासन की समझाइश एवं मानीटरिंग में कार्यक्रम का आयोजन संपन्न हुआ। यहां तक कि रिश्तेदारों को भी आमंत्रित नहीं किया गया। स्थानीय कुछ परिजनों के बीच यह वह कार्यक्रम संपन्न हुआ।

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