महिलाओं को दिया रोजगार तो खिल उठे चेहरे।
अलीगढ़ से दीपक शर्मा की रिपोर्ट।
कोरोना महामारी ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है तो वहीं 17 मई तक पूरे देश में कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लॉकडाउन तीन बार लागू कर दिया है।
ऐसे में महिलाओं को भी खूब परेशानी झेलनी पड़ रही है वहीं राधे-राधे वूमेन ड्राफ्ट इंस्टिट्यूट ने उन महिलाओं को रोजगार दिया जिनके सिर पर अपने घर चलाने का जिम्मा है।
राधे-राधे वूमेन क्राफ्ट इंस्टीट्यूट लगातार महिलाओं से मास्क तैयार करा रहा है। जिसकी महिलाओं को मजदूरी भी दे रहा है। 30 से 35 महिलाएं को यहां रोजगार दिया गया।
ये महिलाएं लगभग 400 से 500 मास्क प्रतिदिन तैयार करती हैं।
तैयार मास्क को शहर के प्रमुख चौराहों पर नि:शुल्क वितरण भी किया जाता है और साथ ही थोक बाजार फफाला में उन्हें उचित मूल्य पर बेचा भी जाता है। जिससे महिलाओं की मजदूरी निकल सके।
राधे-राधे वूमेन क्राफ्ट इंस्टिट्यूट के गौरव अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने 30 से 35 महिलाओं को रोजगार दिया है। महिलाएं रोज मास्क तैयार कर रही हैं। लगभग 500 से 600 मास्क प्रतिदिन तैयार होते हैं। जिन्हें नि:शुल्क वितरण के साथ निर्धारित मूल्य पर बेचा जाता है।
जिससे महिलाओं की मजदूरी निकल सके और वह अपने घर का खर्चा चला सकें।
गौरव अग्रवाल अलीगढ़ के सासनी गेट के रहने वाले हैं और राधे-राधे वूमेन क्राफ्ट इंस्टीट्यूट से जुड़े हुए हैं जो प्रतिदिन साइकिल से शहर में निकलते हैं और प्रमुख चौराहे पर मास्क का नि:शुल्क वितरण करते हैं। वहीं कुछ मास्क पुलिसकर्मियों को भी प्रदान करते हैं जिससे वह भी नि:शुल्क मास्क उन लोगों के दें जो घर से मास्क लगाकर नहीं निकलते हैं।
गौरव शिक्षा क्षेत्र में पोस्ट ग्रेजुएशन किए हुए हैं। कोरोना से लड़ने के लिए उन्होंने यह उचित कदम उठाया जो सराहनीय हैं।
गौरव ने जनता से अपील भी की है कि वह लॉकडाउन का पालन करें और अनावश्यक बाहर न घूमें जरूरी काम के लिए मुंह पर मास्क लगाकर अवश्य निकलें।
बाईट: गौरव अग्रवाल राधे राधे वूमेन संस्था।