तेंदूखेड़ा। गन्ने के खेत में लगा रखे थे गांजा के पौधे। पुलिस ने लगाए 30 घंटे, पुलिस की कार्यवाही संदिग्धता के घेरे में।

तेंदूखेड़ा। गन्ने के खेत में लगा रखे थे गांजा के पौधे। पुलिस ने लगाए 30 घंटे, पुलिस की कार्यवाही संदिग्धता के घेरे में।

आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में नहीं रखा गया सोशल डिस्टेंस का का ख्याल।

तेंदूखेड़ा नरसिंहपुर से धर्मेन्द्र साहू की रिपोर्ट।

तेन्दूखेडा पुलिस ने कल सुबह सूचना मिलने पर ग्राम खैरी कला में करीब एक एकड़ खेत मे गांजे के 80 पेड़ लगे थे।

जिसको लेकर प्रशासन ने बड़ी कार्यवाही की, जब कल मीडिया ने जानकारी मांगी तो अधिकारियों ने कार्यवाही चल रही के नाम पर बचते रहे और जब मीडिया का ज्यादा दबाव बना तो उन्होंने आज 30 घंटे बीत जाने के बाद जानकारी दी कि 34 किलो गांजा पाया गया है। मीडिया से प्रेस कॉन्फ्रेंस करते समय पुलिस प्रशासन के अधिकारी इतने उत्साह में थे कि आरोपी को बिना मास्क के ही खड़ा कर लिया और खुद बिना सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस चालू कर दी।

यहाँ तक की खेती की कारवाई में पुलिस ने लगाए 24 घंटे। पुलिस की कारवाई संदिग्धता की भूमिका में।

पुलिस ने एक आरोपी को छोड़ दिया। जब मीडिया ने पूछा तो कहा संदिग्ध था। इसलिए पकड़ा था। बाद में पूछताछ करके छोड़ दिया।

गांजा की खेती करने वाला आरोपी कई वर्षों से वटियारी में कर रहा खेती, दो वर्ष से कर रहा गांजे की खेती। गन्ने के बीच पाये गए गांजे के पेड़।

खेत मालिक को दो वर्ष तक नहीं लग पाई गांजे की खेती की जानकारी। जो भी संदिग्धता के घेरे में है। पुलिस द्वारा एक ही आरोपी बताया जा रहा है। जो भी संदिग्धता के घेरे में।

इतनी बड़ी तादाद में गांजे की खेती होना और दो वर्ष तक पुलिस ग्रामीण और खेत मालिक को जानकारी न होना भी संदिग्धता की भूमिका में है। जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारीयों को इस मामले की जांच करना चाहिए।

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