ठाणे भिवंडी। मध्यप्रदेश में हुए सड़क दुर्घटना में भिवंडी के 3 मजदूरों की मौत 14 घायल।
भिवंडी से मुस्तक़ीम खान की रिपोर्ट।
घायलों को उपचार के लिये बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
भिवंडी से मजदूरों को लेकरउत्तर प्रदेश के अयोध्या जा रही एक बोलेरो पिकअप सामने तेजगति से आ रही एक मिनी ट्रक से टकरा गई।
पिकअप एवं मिनी ट्रक की भीषण टक्कर होने के कारण दोनों गाड़ियों के परखच्चे उड़ गये।
इस सड़क हादसे में पिकअप में सवार भिवंडी के तीन मजदूर की मौत हो गई है और लगभग 14 लोग घायल हो गये हैं।
मृतकों में गाड़ी मालिक, चालक एवं एक मजदूर शामिल है।
दुर्घटना की सूचना मिलने पर पहुंची एमपी पुलिस ने घायलों को उपचार के लिये बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में भर्ती करा दिया है, जहां उनका उपचार चल रहा है।
उल्लेखनीय है मंगलवार की रात लगभग 10.15 बजे भिवंडी के फातमानगर क्षेत्र से उत्तरप्रदेश के अयोध्या जाने के लिये तीन गाड़िया निकली थी।
जिसमें शिव मूरत सरोज की बोलेरो पिकअप भी थी, जिसमें अयोध्या जिला स्थित बरौली के पास के कुलवंता का पुरवा के तीन मजदूर, पड़ेलवा चौराहा के पास स्थित देवरी रणजीत सिंह के दो मजदूर अइनवा चौकी के पास के तीन मजदूर एवं इल्फातगंज के पास के तीन मजदूर सहित कुल 26 मजदूर बैठकर जा रहे थे।
भिवंडी से जा रही पिकअप गुरूवार को सुबह लगभग 10.30 बजे मध्य प्रदेश के सागर जिला स्थित छपरी
तिराहा के पास ही पहुंची थी कि सामने से तेजगति से आ रही एक मिनी ट्रक से टकरा गई।
दोनों वाहनों की गति काफी तेज होने के कारण भीषण टक्कर हो गई जिसमें दोनों वाहनों के परखच्चे उड़ गये।
पिकअप में सवार मजदूरों ने फोन पर बताया कि इस सड़क दुर्घटना में अयोध्या जिला स्थित कुलवंता का पुरवा के रहने वाले पिकअप मालिक शिव मूरत सरोज, शंकर बरई एवं पिकअप चालक की दुर्घटना स्थल पर ही मौत हो गई है और 14 मजदूर घायल हो गये हैं।
दुर्घटना की सूचना मिलते ही सागर जिला के बंडा थाना की पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गई, पुलिस ने घायलों को उपचार के लिये बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में भर्ती करा दिया है।
बतादें कि गाड़ी मालिक शिव मूरत सरोज बोलेरो पिकअप से पावरलूम कारखानों से कपड़ा एवं भीम आदि पहुंचाने का काम करते थे। जिससे उनके परिवार का खर्च चलता था।
इसी प्रकार शंकर बरई ठेले पर केला बेचकर अपने परिवार का पालन पोषण करते थे, लेकिन सड़क दुर्घटना में हुई मौत से उनके परिवार में मातम छाया हुआ है।
ज्ञात हो कि भिवंडी सहित आसपास के शहरों में लाखों की संख्या में उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान , उड़ीसा सहित अन्य राज्यों के मजदूर काम करते हैं।
लेकिन लॉकडाउन की अवधि बढ़ाये जाने के कारण बड़ी तेजी में मजदूर अपने गांव की ओर भाग रहे हैं।
उत्तरप्रदेश एवं बिहार आदि राज्यों में जाने के लिये
यातायात के साधन बंद होने के कारण मजदूर पिकअप, ट्रक एवं टेंपो आदि में भरकर अपनी जान जोखिम में डालकर निरंतर भाग रहे हैं।
जिन मजदूरों को जाने का कोई साधन नहीं मिल रहा है ऐसे मजदूर पैदल ही भाग रहे हैं। तथा कुछ साइकिल से रवाना हुए। इस प्रकार रोजाना हजारों की संख्या में मजदूर पैदल एवं अन्य वाहनों से भाग रहे हैं।
बताया जाता है कि मजदूर बहुल्य रामनगर एवं गायत्रीनगर क्षेत्र से ही लगभग 20 गाड़ियां बुधवार की रात में उत्तर प्रदेश जाने के लिये निकली हैं।
इसी प्रकार से भिवंडी सहित आसपास के शहरों से रोजाना सैकड़ो गाड़ियां मजदूरोंको लेकर निकल रही हैं।
गाड़ी मालिक मजदूरों को जल्दी पहुंचाने के नाम पर उनसे तीन से चार हजार रूपये तक मनमुताबिक किराया भी वसूल रहे हैं। जो आज इस महामारी के समय में अमानवीय है।