मिलिए मुंबई BEST बस के पहले मेवाड़ी ड्राइवर प्यारेलाल जी पालीवाल से।
इनके 3000 शिष्य आज भी चला रहे हैं मुंबई की सड़कों पर सरकारी बसें।
मारवाड़ी समाज में इन्हें प्यारा बा कहता है वही मराठी समाज इन्हें मास्टर प्यारेलाल कहता है। जी हां मास्टर प्यारेलाल उन्हें यह शब्द इसलिए दिया गया हैl क्योंकि इन्होंने सन 1970 से 1994 के मध्य महाराष्ट्र के ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले 3000 से भी ज्यादा मराठी युवकों को मुंबई की सड़कों पर बस चलाने के गुर सिखा कर परफेक्ट ड्राइवर बनाया है।
सन 1959 में महाराष्ट्र सरकार के उपक्रम बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति एवं यातायात बेस्ट विभाग में ड्राइवर के रूप में सरकारी नौकरी प्राप्त करने वाले पहले मेवाड़ी है।
प्यारेलाल जी जोशी पालीवाल मूल रूप से उदयपुर जिले की मावली तहसील के साकरोदा गांव के निवासी हैं। मुंबई के कांदीवली क्षेत्र में रहते हैं। सन 1873 में अंग्रेज सरकार द्वारा संस्थापित बेस्ट भारत की सबसे बड़ी लोक परिवहन बस सेवा संचालक कम्पनी है। इसकी स्थापना के समय बंबई विद्युत आपूर्ति एवं ट्रामवेज़ कंपनी बेस्ट के नाम से बनाया था।
फुर्सत के क्षणों में मैंने प्यारेलाल जी से बहुत सारी बातें की और उनके इतिहास को खंगाला। सन 1940 के दशक में मुंबई आने वाले प्यारेलाल जी ने शुरुआती दिनों में कई फ़िल्मी हस्तियों के यहां रसोई बनाने वाले व्यक्ति के रूप में काम किया।
इसी दौर में वह दिलीप कुमार और वैजयंती माला को लेकर को लेकर बनी ब्लैक एंड व्हाइट फिल्म नया दौर के मुख्य सिनेमैटोग्राफर एम मल्होत्रा के मुख्य शाकाहारी रसोईया के रूप में फिल्म प्रोडक्शन कंपनी के साथ जुड़े और देशभर में फिल्म की शूटिंग के दौरान उपस्थित रहे l
उसके बाद महाराष्ट्र सरकार के उपक्रम बीएसटी विभाग में जुड़ गए और एक अच्छे ड्राइवर के रूप में पहचान बनाने के बाद इनकी पदोन्नति मास्टर के रूप में हो गई l
प्यारेलाल जी ने अपने जीवन काल में 3000 से भी ज्यादा युवाओं को बहतरीन प्रशिक्षण देकर ड्राइवर बनाया। जिसकी बदौलत आज मुंबई की सड़कों पर ये सभी लोग सावधानी से बसें चला कर इस शहर के यातायात में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।