मानव तस्करी का शिकार हुआ घर का चिराग चोरी चुपके से पहुँचाया शव।

Surajpur

मानव तस्करी का शिकार हुआ घर का चिराग चोरी चुपके से पहुँचाया शव। खबर लगते ही नाराज ग्रामीणो ने मौत का कारण और दोषियो पर कार्यवाही के लिये घंटो थाने के सामने किया प्रदर्शन।

सूरजपुर बिहारपुर चाँदनी क्षेत्र में मानव तस्करी का मामला आये दिन देखे सुने जा रहे हैं इसी कड़ी में बेरोजगारी की वजह से ठेकेदार के अधिक वेतन के लालच में फँसकर काम करने गया नाबालिग़ युवक का शव अचानक गांव में आने से ग्रामीण हतप्रभ हैं। सरकार चाहे जिसकी भी रहे पर बिहारपुर क्षेत्र में मानव तस्करी के साथ सीधे साधे ग्रामीणो को अधिक कमाई के लालच में ले जाकर बड़े शहर में बंधक बनाकर अत्याचार करने का मामला आते जाते रहता है। बिहारपुर चाँदनी क्षेत्र के रसौकी गांव में एक नाबालिग युवक ज्यादा कमाई के लालच में ठेकेदार के चंगुल में फँसकर तेलगांना पहुँच गया। वहाँ पर काम के दौरान उसकी मौत हो जाने पर उसका शव गृहग्राम आने पर ग्राम के लोग सकते में हैं।
मृतक के पिता ने बताया कि मेरा पुत्र सुरजबली सिह के साथ एक अन्य को ठेकेदार सुरज ठाकुर मिला था जो बाहर शहर में ज्यादा पैसे की कमाई का चालच देकर जबलपुर मेंं काम कराने की बात कह कर दोनों को मध्यप्रदेश के जबलपुर ले गया था वहाँ से उन दोनो को हैदराबाद ले जाकर ठेकेदार रामकुमार को बेच दिया। ठेकेदार ने दोनो युवक को बंधक बनाकर पुलिया निर्माण के काम पर लगाया था। कार्य के दौरान दिनांक 13 जनवरी को गया ठेकेदार ने कुली काम कर रहे दोनो युवक लोहे का सरीया लेकर आने के दौरान टृेक्टर पलटने से सुरजबली की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। मौत के होन के बाद ठेकेदार ने इसकी जानकारी परिजनो को नहीं देकर सीधा उसका शव को गृहग्राम भेज दिया है। बहरहाल पीड़ित परिवार सहित ग्रामीण पुलिस से संपूर्ण मामले में ठेकेदार पर कार्यवाही करने की मांग की है। पीड़ित परिवार सहित ग्रामीण बिहारपुर चांदनी थाने में आवेदन देने पहुँचा तो वहाँ पर आवेदन लेने से इंकार कर दिया। इससे नाराज ग्रामीणो ने थाने से कुछ ही दूरी पर सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन करने लगे। सड़क पर प्रदर्शन करते देख बिहारपुर चांदनी पुलिस ने आवेदन लेकर कार्यवाही की बात कही है। वहीं भाजपा द्वारा समर्थन मिला सुरेंद्र गुप्ता एवं मुकेश।

मानव तस्करी का क्षेत्र बना बिहारपुर क्षेत्र।

बिहारपुर क्षेत्र जिला मुख्यालय सूरजपुर के दूरस्थ क्षेत्र होने के वजह से यहाँ पर सरकारी योजनाओ का क्रियान्वयन ना के बराबरा है। काम धंधे के अभाव के कारण मानव तस्करी से जुड़े ठेकेदार सक्रिय हैं जो क्षेत्र के युवा वर्ग को ज्यादा वेतन देने का लालच देकर बड़े शहरों में बेच देते हैं। जहाँ पर बंधको की तरह सुलूक किया जाता है। आंकड़ों की बात करें तो बिहारपुर चाँदनी से लगभग 100 से 150 युवा वर्ग दूसरे शहर में काम के नाम पर बाहर हैं उसमें से कुछ का तो पता है कुछ लापता है।

जिला ब्यूरो पप्पू जायसवाल सूरजपुर छत्तीसगढ़।

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