सीधे मन्दिर पहुंचने पर दर्शन नहीं हो पायेंगे।

सीधे मन्दिर पहुंचने पर दर्शन नहीं हो पायेंगे।

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अजय सिंह ठाकुर की रिपोर्ट।

मात्र प्रीबुकिंग के आधार पर मन्दिर में प्रवेश होगा। 8 जून से दशनार्थियों के लिये खोला जायेगा श्री महाकालेश्वर मन्दिर दर्शन 3 स्लॉट में होंगे। कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में मन्दिर प्रबंध समिति की बैठक सम्पन्न।

उज्जैन 06 जून। कलेक्टर एवं श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष आशीष सिंह ने शनिवार 6 जून को महाकाल मन्दिर प्रबंध समिति के प्रशासक कार्यालय के सभाकक्ष में श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति की बैठक ली। बैठक में निर्णय लिया गया कि भारत सरकार के गृह मंत्रालय की गाईड लाइन का पालन करते हुए विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मन्दिर में मात्र प्रीबुकिंग के आधार पर मन्दिर में दर्शन हेतु प्रवेश दिया जायेगा। सीधे मन्दिर पहुंचने पर दर्शन नहीं हो पायेंगे।

प्रीबुकिंग करने पर दर्शन नन्दी गृह के पीछे बेरिकेटिंग से होंगे। कोरोना महामारी से निर्मित स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए विगत 21 मार्च से मन्दिर में दर्शनार्थियों का प्रवेश रोक दिया गया था। मन्दिर में दर्शनार्थियों के लिये तीन स्लॉट में प्रवेश दिया जायेगा।

एंड्राइड फोन पर प्रीबुकिंग के आधार पर दर्शन होंगे।

बैठक में समिति ने निर्णय लिया कि एंड्राइड मोबाइल के माध्यम से एक दिन पूर्व दर्शनार्थी बुकिंग करायेंगे। बुकिंग के अगले दिन मन्दिर में प्रवेश दिया जायेगा। जो दर्शनार्थी एंड्राइड मोबाइल एप से बुकिंग नहीं कर सकते हैं वे टोलफ्री नम्बर 18002331008 पर बुकिंग कर अगले दिन मन्दिर में प्रवेश कर सकेंगे।

इन दोनों प्रक्रिया से भी यदि दर्शनार्थी बुकिंग नहीं कर सकते हों तो वे मन्दिर के काउंटर पर दर्शन के लिये बुकिंग करा सकते हैं और उनको अगले एक या दो दिन में मन्दिर में प्रवेश की अनुमति दी जायेगी। एक मोबाइल के माध्यम से सप्ताह में एक ही बार 1+4 श्रद्धालु बुकिंग कर सकेंगे। इसी तरह टोलफ्री नम्बर के माध्यम से भी एक दिवस पूर्व बुकिंग कर सकेंगे। इसके लिये मन्दिर के कंट्रोल रूम में ऑपरेटर बुकिंग हेतु तैनात रहेंगे, जो दर्शनार्थियों से बात कर उनकी बुकिंग करेंगे। इसी तरह काउंटर के माध्यम से एक दिवस पूर्व ही टिकिट बुकिंग कर श्रद्धालु मन्दिर में प्रवेश कर सकेंगे। श्रद्धालु को मैसेज प्राप्त होने पर मैसेज में तय दिनांक एवं टाईम स्लॉट अनुसार श्रद्धालु दर्शन हेतु आ सकेंगे। इसमें एक क्यूआर कोड भी रहेगा।

महाकाल मन्दिर में दर्शन का समय:

बैठक में निर्णय लिया गया कि श्री महाकालेश्वर मन्दिर में दर्शनार्थियों को दर्शन सोमवार 8 जून से प्रारम्भ होगा। दर्शन तीन स्लॉट में होंगे। पहले स्लॉट का समय प्रात: 8 बजे से 10 बजे तक, दूसरे स्लॉट में प्रात: 11 बजे से दोपहर एक बजे तक और तीसरे स्लॉट में दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक दर्शन होंगे। तीनों स्लॉट के बीच के समय में सेनीटाइजेशन किया जायेगा। शाम 6 बजे से 7 बजे तक साफ-सफाई आदि करने के बाद दर्शनार्थियों के लिये प्रवेश बन्द कर दिया जायेगा।

गर्भगृह में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा:

बैठक में बताया गया कि श्री महाकालेश्वर मन्दिर में श्रद्धालुओं के लिये गर्भगृह में प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। कोरोना महामारी को दृष्टिगत रखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य होगा। मन्दिर में पूजन-सामग्री, जल, प्रसाद, अभिषेक, पूजन, कलावा, तिलक पर प्रतिबंध रहेगा। श्री महाकालेश्वर मन्दिर परिसर में स्थित मन्दिरों में श्रद्धालुओं के लिये दर्शन प्रतिबंधित रहेगा। अन्नक्षेत्र एवं धर्मशाला बन्द रहेगी।

थर्मल स्क्रीनिंग मशीन से स्क्रीनिंग होगी:

मन्दिर में प्रवेश के समय मुख्य प्रवेश द्वार के सामने ही फुट सेनीटाइजेशन मशीन के द्वारा सेनीटाइजेशन किया जायेगा। श्रद्धालुओं के हाथ धुलवाये जायेंगे। नॉन बॉडी टच थर्मल स्क्रीनिंग मशीन से श्रद्धालुओं की स्क्रीनिंग की जायेगी। प्रति दो घंटे में श्रद्धालुओं के द्वारा स्पर्श होने वाली रेलिंग व अन्य स्थानों का सेनीटाइजेशन किया जायेगा। प्रवेश द्वार पर मेडिकल टीम की तैनाती भी की जायेगी।

श्रद्धालुओं को मास्क पहनना अनिवार्य।

कोरोना महामारी को देखते हुए मन्दिर में दर्शन के लिये आये श्रद्धालुओं को मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। मन्दिर परिसर, मन्दिर के आसपास थूकना प्रतिबंधित है।

कलेक्टर आशीष सिंह ने 65 वर्ष से अधिक एवं 10 वर्ष से कम आयु के व्यक्तियों तथा गर्भवती महिलाओं को मन्दिर में न आने की अपील की है। श्रद्धालुओं से अपनी चरण पादुका, अपने वाहन या अन्य स्थान पर रखने की भी अपील की है। परम्परा का निर्वहन करने हेतु महाकाल मन्दिर में होने वाली त्रिकाल आरती, पूजन-अर्चन लॉकडाउन के दौरान यथावत रखी गई थी और आगे भी मन्दिर में होने वाली आरतियां समय अनुसार होंगी।
कलेक्टर ने मन्दिर में सेवा देने वाले कर्मचारियों को निर्देश दिये हैं कि वे श्रद्धालुओं की कतार में किसी भी श्रद्धालु को स्पर्श न करें। दूर से ही लाईन चलायें। कलेक्टर ने दान देने वाले दर्शनार्थियों से अनुरोध किया है कि वे दान दानपेटी में ही डालें।

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