पैदल यात्रा करते थके कोई सुनने वाला नहीं तो भूख हड़ताल पर बैठे मजदुर

कोतमा (मध्यप्रदेश )

भूख हड़ताल पर बैठ गए मजदूर।

प्रशासन ने समझाया तब खाना खाया।

छत्तीसगढ़ की सीमा पार कर आए लगभग 20 से अधिक पैदल यात्री को बिजुरी नगर प्रशासन द्वारा समुदायिक केंद्र बिजुरी में रखा गया था।

जहां अलग-अलग स्थानों के कई मजदूर एवं राहगीर बीते कई दिनों से रुके हुए हैं, जो बीती रात से भूख हड़ताल पर बैठ गए और प्रशासन से घर जाने की मांग करने लगे।

सामुदायिक केंद्र बिजुरी में रुके हुए राहगीरों के समूह जो शहडोल जिला अंतर्गत जयसिंह नगर थाना और जैतपुर थाना के कुछ लोग हैं।

जिनके द्वारा बीती रात से प्रशासन से घर जाने की मांग कर रहे हैं, जब की बीते दिनों केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को कड़े निर्देश दिए हैं कि जो भी यात्री पलायन कर अपने घर को जा रहे हैं। वह जहां है वहीं रहने का आदेश दिया था।

जिसके बाद से राहगीरों को जहां हैं वहीं पर रैन बसेरा बना कर रुकने की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की गई है।

रुके हुए पैदल यात्रियों को कोतमा तहसीलदार पंकज नयन तिवारी द्वारा केंद्र के द्वारा दिए गए आदेशों को बताया।

सारी व्यवस्था वहीं करने का आश्वासन दिया तथा यात्रियों को समझाया कि प्रशासन द्वारा सख्त आदेश हैं कि जो जहां है वहीं रहने के आदेश आए हैं।

यही कारण है कि आपको यहां रोका गया है। आपकी सारी व्यवस्था की जाएगी इसके बाद सामुदायिक केंद्र में रुके यात्रियों ने खाना खाया।

तहसीलदार की समझाइश पर सामुदायिक केंद्र में रुकने की बात मानी। वहीं प्रशासन के द्वारा पूरी जद्दोजहद लगाकर केंद्र में रुके हुए लोगों के खाने पीने की व्यवस्था एवं रहने की व्यवस्था की की गई है।

बुधवार की दोपहर तहसीलदार ने पहुंचकर यात्रियों को समझाया और खाना खिलाया।

ब्यूरो रिपोर्ट हिमांशु पासी।

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