भिवंडी। मनपा आयुक्त के आश्वासन के बाद एमआईएम ने वापस ली मोर्चे की घोषणा।
भिवंडी से मुस्तक़ीम खान की रिपोर्ट।
भिवंडी मनपा के आयुक्त डॉ.पंकज आशिया के आश्वासन के बाद एमआईएम अध्यक्ष खालिद गुड्डू ने अवैध लॉकडाउन के विरुद्ध मोर्चे को स्थगित करने की घोषणा की है।
भिवंडी। भिवंडी में शनिवार के दिन आयुक्त का पदभार संभालने के बाद जहां एक तरफ मनपा के नए आयुक्त डॉक्टर पंकज आशिया के सामने शहर को कोरोनावायरस जैसी महामारी से बचाने का चैलेंज है वही दूसरी तरफ शहर में करोना के नाम पर चल रहे भ्रष्टाचार, लूट और अवैध व्यापार को रोकने की जिम्मेदारी भी है।
पिछले दिनों मनपा में जिस तरह सिर्फ 23 नगर सेवकों की उपस्थिति में लॉकडाउन का प्रस्ताव पारित करके शहर को फिर से आर्थिक तंगी में डाल दिया गया था। जिसके विरुद्ध एमआईएम अध्यक्ष खालिद गुड्डू ने इसका कड़ा विरोध करते हुए महापौर और पूर्व आयुक्त के खिलाफ अवैध प्रस्ताव पारित करने और अपने अधिकारों का दुरुपयोग करने के मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 166, 166 (अ), 167, 191, 192, 198, 199, 200, 464, 466, 468, 470 के तहत इन लोगों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने की मांग की थी।
एमआईएम अध्यक्ष खालिद गुड्डू ने मनपा आयुक्त को चेताया था कि वह टाटा अमंत्रा कोरनटाइन सेंटर और कोविड-19 स्वर्गीय इंदिरा गांधी अस्पताल में चल रहे भ्रष्टाचार के विरुद्ध सोमवार को 3:00 बजे भिवंडी की जनता के साथ आंदोलन करेंगे।
इस पर मनपा आयुक्त डॉ.पंकज आशिया ने आश्वासन देते हुए बताया के इन्होंने शनिवार को ही अपना पदभार संभाला है और वह इस पूरे मामले से अच्छी तरह से ज्ञात नहीं हैं। इसलिए पहले इस पूरे मामले की कानूनी तौर पर पूरी तरह से जांच करके इसके विरुद्ध संवैधानिक कार्रवाई करेंगे तब तक इन्होंने खालिद गुड्डू से अपना आंदोलन स्थगित करने की मांग की है जिसके बाद एमआईएम अध्यक्ष खालिद गुड्डू ने मनपा आयुक्त के इस आश्वासन का आदर करते हुए सोमवार को होने वाले आंदोलन को स्थगित करने की घोषणा की है।
इस संदर्भ में अध्यक्ष खालिद गुड्डू ने पत्रकारों को बताया कि इन्होंने आयुक्त से मांग की है कि वह पूर्व मनपा आयुक्त डॉ. प्रवीण अष्टिकर, महापौर प्रतिभा पाटिल और सभागृह नेता विलास पाटील पर इस अवैध प्रस्ताव को पारित कराने और इस प्रस्ताव का समर्थन करने के लिए अवैध रूप से दस्तावेज़ात बनाने और नकली हस्ताक्षर करने के मामले में एफआईआर दाखिल करायें।
खालिद गुड्डू ने भिवंडी की जनता से अपील की है की नए आयुक्त ने इन्हें आश्वासन दिया है कि वह इस मामले में संविधानिक कार्रवाई करेंगे इसलिए भिवंडी की जनता के फायदे और शहर के हित में वह अपना आंदोलन स्थगित कर रहे हैं।
जब तक भ्रष्टाचार करने वाले और कोरोना मरीजों के नाम पर राजनीति करने वाले लोगों को अंजाम तक नहीं पहुंचाएंगे वह चैन से नहीं बैठेंगे।