प्रवासी श्रमिकों को रोजगार से जोड़ने के कार्य में लापरवाही नहीं बरती जाये, कलेक्टर ने बैठक में दिये निर्देश।
उज्जैन से संजय शर्मा की रिपोर्ट।
उज्जैन 24 जून। कलेक्टर आशीष सिंह ने आज सिंहस्थ मेला कार्यालय में प्रवासी श्रमिकों को विभिन्न नियोक्ताओं द्वारा रोजगार से जोड़ने के सम्बन्ध में विभिन्न निर्माण विभागों की बैठक लेकर निर्देश दिये कि अधिक से अधिक प्रवासी श्रमिकों को रोजगार से जोड़ने की कार्यवाही की जाये।
इस कार्य में किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाये। कलेक्टर ने ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, सेतु निगम, महाप्रबंधक उद्योग, उज्जैन विकास प्राधिकरण, स्मार्ट सिटी, हाऊसिंग बोर्ड एवं लोक निर्माण, लोक निर्माण पीआईयू के कार्यपालन यंत्रियों को निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने यहां प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने की कार्यवाही करें।
बैठक में जानकारी दी गई कि जिले में अब तक प्रवासी श्रमिकों को काम पर लगाने के लिये रोजगार सेतु पोर्टल पर कुल 485 नियोक्ताओं का पंजीयन किया जा चुका है।
प्रमुख रूप से सूक्ष्म एवं मध्यम उद्योग के 26, विभिन्न ठेकेदारों के 53, आठ बिल्डर्स, दो व्यावसायिक प्रतिष्ठान अन्य एवं ग्राम पंचायत के 458 नियोजक द्वारा प्रवासी श्रमिकों को काम पर लगाया जायेगा।
कलेक्टर ने नगरीय क्षेत्र में प्रवासी श्रमिकों को रोजगार देने के लिये नगर निगम आयुक्त को स्मार्ट सिटी, उज्जैन विकास प्राधिकरण को विभिन्न निर्माण कार्यों एवं महाप्रबंधक उद्योग को उद्योगों में रोजगार सृजन करने के निर्देश दिये हैं।
कलेक्टर ने कहा है कि जिन भी प्रवासी श्रमिकों को रोजगार पर लगाया जा रहा है, उन्हें निरन्तर रोजगार मिलता रहे, इसका विशेष रूप से ध्यान रखा जाये। पीआईयू के कार्यपालन यंत्री का 7 दिन का वेतन रोकने के निर्देश:
कलेक्टर ने पीआईयू के कार्यपालन यंत्री द्वारा बिना अनुमति के भोपाल यात्रा पर जाने एवं बैठक में अनुपस्थित रहने के कारण उनका सात दिन का वेतन रोकने के निर्देश दिये हैं।
कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि जिला अधिकारी बिना कलेक्टर की अनुमति के मुख्यालय छोड़कर न जायें।
बैठक में नगर निगम आयुक्त क्षितिज सिंघल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अंकित अस्थाना, सहायक श्रमायुक्त श्रीमती मेघना भट्ट, महाप्रबंधक उद्योग सोनी, लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री रघुवंशी सहित विभिन्न निर्माण विभाग के अधिकारी मौजूद थे।