दो वर्ष से नहीं मिली मजदूरी दर दर भटक रहे हैं मजदूर।
सूरजपुर से पप्पू जायसवाल की रिपोर्ट।
नहीं मिली मजदूरी तो करेंगे गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान कार्यालय का घेराव। सूरजपुर जिले के दूरस्थ क्षेत्र चांदनी बिहारपुर के ग्राम कोल्हुआ भुन्डा मोहरसोप में स्टॉपडैम निर्माण में पंंडो जनजातियों के द्वारा पिछले दो वर्ष पहले किये गये थे काम। जिसकी मजदूरी का भुगतान आज तक नहीं किया गया है।
मजदूरों को दोहरी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। जहां एक ओर देश में इन दिनों lock-down है। कोरोना वायरस जैसे महामारी चल रही है तो वहीं दूसरी ओर मजदूरी ना मिलने से मजदूर भीख मांगने के लिए मजबूर हो रहे हैं। उनके सामने जीवन यापन निर्वहन की समस्या हो गई है। जिसकी वजह से मजदूर मजदूरी के लिए थोड़ा दर-दर भटक रहे हैं।
इस संबंध में ग्राम कोल्हुआ भुण्डा मोहरसोप के ग्रामीणों ने एक बैठक आयोजित की। इस बैठक में सभी ग्रामीणों ने एक राय होकर कहा कि इस महीने के अंत तक अगर मजदूरी का भुगतान नहीं हुआ तो वे गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान कार्यालय बैकुंठपुर का घेराव करेंगे और सूरजपुर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपेंगे।
इस संबंध में ग्रामीणो ने बताया कि यह स्टॉपडैम गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान नेशनल पार्क के अंतर्गत महूली बीट में आता है, जिसकी लागत राशि 32 लाख है। मोहरसोप 12 लाख तथा भुन्डा मे 12 लाख रुपये हैं।
स्टॉपडैम का कार्य 2018-2019 में प्रारंभ हुआ था, जिसमें ग्राम कोल्हुआ के पन्डो जनजाति के लोगों ने मजदूरी की थी। पन्डो जनजाति को राष्ट्रपति का दत्तक पुत्र माना गया है। यह प्रदेश की संरक्षित जनजाति है।
बताया जा रहा है कि गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान नेशनल पार्क रेंज महुली बीट के वन परिक्षेत्र अधिकारी और वनरक्षक द्वारा एक साल पहले मजदूरी का भुगतान करने में हीला-हवाला किया जा रहा है।
इस संबंध में वन विभाग के रेंजर से बात की गई। उन्होंने बताया कि इस संबंध में मैं नहीं जानता हूं नया-नया आया हूं। डीएफओ साहब जानेंगे, जिसकी वजह से मजदूरी और सामग्री का भुगतान नहीं हो पा रहा है।
वही गोंडवाना गणतंत्र पार्टी द्वारा तीन बार गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान नेशनल पार्क महुली कार्यालय का घेराव भी किया गया था जो कि एक सप्ताह में पैसा देने के बाद कह कर टालमटोल कर रेंजर अपना ट्रांसफर करवा लेते हैं दो साल में चार रेंजर ट्रांसफर हो चुके हैं।
दूसरी तरफ अब मजदूर गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान कार्यालय बैकुंठपुर में जाकर घेराव करने की बात कह रहे हैं। मजदूरों ने कहा कि इस सप्ताह के अंत तक अगर मजदूरी भुगतान नहीं हुआ तो वे गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान कार्यालय बैकुंठपुर का घेराव करेंगे और सूरजपुर कलेक्टर को ज्ञापन सौपेंगे।