निगम प्रशासन नहीं ले रहा जर्जर क्वार्टरों की सुध।
बुरहानपुर से विनोद सोनराज की रिपोर्ट।
महिला पर छत का गिरा छज्जा, वाल्मीकि संगठन ने उग्र आंदोलन की दी चेतावनी। बुरहानपुर। शहर में नगर पालिक निगम द्वारा सफाई कर्मियों को आवंटन किए गए क्वार्टरों की हालात पूर्ण रूप से जर्जर हो चुकी है।
प्रतिवर्ष बरसात के दौरान कहीं ना कहीं घटनाएं घटती रहती हैं। दौलतपुरा वार्ड में आज फिर एक बड़ी दुर्घटना घटी जिसमें नगर पालिक निगम द्वारा आवंटन किये गए जर्जर मकान के छत का छज्जा बुजुर्ग महिला शांताबाई पिन्नू के शरीर पर जा गिरा जिससे महिला बुरी तरह घायल हो गई। बता दें कि इस तरह की घटनाएं शनवारा, शिकारपुरा, 12 खोली और दौलतपुरा में भी घट चुकी हैं।
बावजूद निगम प्रशासन ने इस ओर कोई सुध नहीं ली। वाल्मीकि संगठन के संस्थापक उमेश जंगाले ने बताया कि उनके द्वारा कई वर्षों से प्रयास किया जा रहा है कि सफाई कर्मियों को अंग्रेजों के शासन काल से आवंटन किए क्वार्टरों का मालिकाना हक देकर उन्हें मकान बना कर दिए जाए किंतु अधिकारीयों पर कोई असर नहीं होता।
अब भी समस्या जस की तस बनी है। उमेश ने बताया कि निगमायुक्त भगवानदास भूमरकर ने सफाई कर्मियों से जनवरी माह 2020 में मालिकाना हक देने का वादा किया था किंतु जून माह बीतने को है फिर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई केवल आश्वासन पर आश्वासन ही मिल रहा है।
जंगाले ने कहा कि अब हमारे सब्र का बांध टूट चुका है। वाल्मीकि संगठन के बैनर तले जल्द ही निगम का घेराव कर उग्र आंदोलन करेंगे और यदि मांगे नहीं मानी जाती हैं तो निगमकर्मी सफाई व्यवस्था ठप कर अलग-अलग तरीके से आंदोलन करेंगे। उमेश ने कहा की जो महिला घायल हुई है उन्हें नगर पालिक निगम से आर्थिक सहायता दी जाए और साथ ही उनके मकान की रिपेयरिंग भी की जाए।