चेक डेमों, खेत सड़क योजना में पूर्व विधायक द्वारा झूठी वाहवाही लूटने का प्रयास: विधायक।
नागदा से संजय शर्मा की रिपोर्ट।
नागदा जंक्शन। जो कार्य पत्रकारों का है, वह काम हमारे क्षेत्र के पूर्व विधायक दिलीप सिंह शेखावत करके जनता को गुमराह करने का असफल प्रयास कर रहे हैं।
शेखावत के आरोप के पलटवार में विधायक दिलीपसिंह गुर्जर ने बताया कि मनरेगा अन्तर्गत बनने वाले 23 चैक डेमों की सूची जनपद खाचरौद से लेकर अपना नाम चिपकाकर क्षैत्र की जनता को मीडिया के माध्यम से गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं।
इनकी हकीकत और इसके पीछे छुपे लक्ष्य को भी जनता जानती है। हम इनके भ्रष्टाचारी मंसूबों को पूरा नहीं होने देगें। सरपंचों के अधिकारों पर डाका डालने वालों के मंसूबे पूरे नहीं होने देंगे
विधायक दिलीप सिंह गुर्जर ने कहा कि हमने कभी उद्घाटन, शिलान्यास पर विश्वास नहीं किया है। हमने सभी सरपंचों एवं क्षेत्र के अधिकारियों को उनकी मनमर्जी के हिसाब से कार्य करने की खुली छुट दी है, जबकि आपके कार्यकाल में सरपंचों को खुद की राशी पंचपरमेश्वर व अन्य मदों तक की राशी पंचायतें अपनी मर्जी से खर्च नहीं कर पाती थीं।
आपके ठेकेदार उसका कार्य करते थे बगैर आपकी मर्जी के भूमिपूजन और शिलान्यास के कार्य प्रारंभ नहीं हो पाते थे। इतना ही नहीं एक ही समाचार को कई बार छपाने में आपका विश्वास रहा है।
सिर्फ अपना विकास करने वाले जनता के हितेषी कब से हो गए। आपने आरोप लगाया कि विधानसभा क्षेत्र में ग्रहण लग गया था। अब भाजपा सरकार बनने के बाद ग्रहण हटा है। विधायक ने कहा कि ग्रहण तो आपके कार्यकाल में लगा था, तथा उसकी छाया इतनी काली थी कि ग्राम पंचायतों के सरपंच, सचिव पंचायतों की राशि भी अपनी मर्जी से खर्च नहीं कर पा रहे थे।
पंचायत की पूरी राशी पर अपना अधिकार जमा कर ग्रामीण क्षैत्रों में अपने ठेकेदारों से घटिया निर्माण कार्य करवाकर भ्रष्टाचार के रूप में पंचायत के संवैधानिक अधिकारों पर ग्रहण बन गये थे।
जिसका कि ग्रामीण जनता ने पूरी ताकत से बदला लिया। यदि कोई सरपंच आपके हस्तक्षैप का विरोध करता था तो उसे धारा 40 का डर बताकर हटाने तक की बात करते थे तथा आपके द्वारा भूमिपूजन एवं शिलान्यास करने के बाद ही कार्य प्रारंभ हो पाता था।
आपने कहा कि पंचपरमेश्वर राशी से गांव की दशा और दिशा बदली थी, जबकि गांव के साथ-साथ आपके ठेकेदारों के माध्यम से आपकी भी दशा और दिशा बदली है। निधि का एक रूपया भी लेप्स हुआ हो तो बताऐं।
एक आरोप यह भी लगाया कि विधायक निधी खर्च नहीं कर पाये। यदि हमारा विधायक निधी का एक रूपया भी लेप्स हुआ है तो बतायें। नागदा में एक अखबार के माध्यम से जनता में भ्रम फैलाना बंद करें।
विधायक ने कहा कि 40 खेत सड़क योजना के प्रस्तावों में 11 की स्वीकृति की बात कर रहे हैं, उसकी अनुशंसा भी मेरे द्वारा की गई है। निष्क्रियता के आरोप पर कहा कि जनता जानती है कि हम सक्रिय हैं कि निष्क्रिय है।
परंतु आप नागदा हेतु अशोक मालवीय और खाचरौद में कमलेश शर्मा का आभार व्यक्त करें जिनके कार्यों की बदोलत नगर क्षेत्रों में विधानसभा में बढ़त मिली है। जबकि ग्रामीण क्षेत्र में खुद सक्रिय रहकर करोडों रूपये के विकास कार्यों की गंगा बहाने का दावा करने वाले को ग्रामीणों ने घर तक पहुंचा दिया है।
विधायक ने शेखावत से अनुरोध किया है कि इधर उधर से जानकारी लेकर मीडिया में छपवाकर पूर्व विधायक की गरिमा प्रभावित नहीं करें तथा सम्मानीय मीडिया से भी अनुरोध है कि बगैर तथ्यों के प्रमाणित दस्तावेजों के बगैर ऐसी झुठी जानकारी को किसी व्यक्ति विशेष की उपलब्धी बताकर जनता के सामने मीडिया को झूठा बताने के जाल में फंसने से बचना चाहिए। मीडिया लोकतंत्र का चैथा स्तंभ है।