ग्राम पंचायत धनगवा में जमकर किया जा रहा भ्रष्टाचार।
जिसमें सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक मिलकर शासन की जन कल्याणकारी योजना की कर रहे बंदर बाट।
ईश्वर जांगडे छः ग प्रमुख ब्यूरो अग्निचक्र लाइव न्यूज़।
मस्तूरी विकास खण्ड की ग्राम पंचायत धनगवा में जमकर किया जा रहा है भ्रष्टाचार, इसमें सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक मिलकर शासन की जन कल्याणकारी योजना की कर रहे हैं बंदर बाट। यहाँ आपको बता दें कि मनरेगा के अंतर्गत गांव में प्राइवेट खेत में डबरी निर्माण, भूमि समतलीकरण कार्य किया गया है जो सिर्फ कागजों पर ही दिख रहा है। खेत में इसका नामो निशान नहीं दिख रहा है। जिसमें फर्जीवाड़ा कर लाखों रुपए का किया गया है गोलमाल।
ग्राम पंचायत धनगवा के निवासी आजुराम पाटले, गंगा प्रसाद, कीर्तन राय, रामायण राय इन सभी ग्रामीणों के जमीनों पर समतलीकरण का कार्य कराया गया है पर इसमें कोई भी कार्य शुरू ही नहीं हुआ है। इसका पैसा भी निकाल लिया गया है। बात इस साल की करें या पिछले साल की दोनों ही वर्ष में कई फर्जीवाड़ा किया गया है। एक ही व्यक्ति के एक ही साल में दो दो कार्य करा दिया गया है। आपको मालूम हो कि किये गए सारे कार्यो की तकनीकी सहायक के द्वारा भौतिक सत्यापन कार्य स्थल पर जा कर कार्य को देख कर किया जाता है पर इसमें बिल्कुल ऐसा नहीं किया गया। यहाँ के तकनीकी सहायक प्रवीण वस्त्रकार हैं जो सारे सत्यापन घर बैठे ही कर रहे हैं तभी तो ऐसा संभव हुआ कि लोगों को पता ही नहीं है और उनकी प्राइवेट जमीन पर काम भी हो गया। पैसा भी निकल गया और उनको पता भी नहीं है। अब सरपंच रोजगार सहायक को इसमें कोसने का कोई मतलब ही नहीं है क्योंकि शासन का अधिकारी तकनीकी सहायक जिसके लिए उनको रखा गया है वही भारी लापरवाही करे तो सरपंच रोज़गार सहायक को क्या बोलें। जिसकी शिकायत संबंधित विभाग में करने पर अभी तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई है। गलत तरीके से कागजों पर कार्य दर्शा कर राशि का आहरण कर लिया गया है।
जिसकी जानकारी हितग्राहियों को नहीं दी गई है। जिसकी जमीन पर पूरा कार्य कराया गया उसको ही नहीं पता कि उसकी जमीन पर कब क्या क्या कार्य कराया गया। इधर पैसे का बंदर बांट हो गया ना ही इनके खेतों पर कार्य करवाया गया है। जिससे हितग्राहियों में भारी आक्रोश है। ग्रामीणों ने राशि दिलवाने के लिए जनपद CEO मस्तूरी जिला CEO बिलासपुर, DM बिलासपुर को ज्ञापन दिया गया है।
बिलासपुर DM ने इस पर संज्ञान लेते हुए जल्द जांच कराने की बात कही। गलत पाए जाने पर कड़ी कार्यवाही करने का भरोसा ग्रामीणों को दिलाया है।