शिवराज मामा को नही भांजों का ध्यान मामा के राज में परेशान होते भांजे भांजी।…
शहडोल से मोहित तिवारी की रिपोर्ट।
बिना सुविधाओं के इंजीनियर बन रहे इंजीनियरिंग कालेज के छात्र…
राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय भोपाल शहडोल इंजीनियरिंग कॉलेज में अध्ययन कर रहे छात्रों को पर्याप्त सुविधा उपलब्ध नहीं करवा पा रहा है जिसके कारण इंजीनियरिंग कॉलेज शहडोल के छात्र परेशान हो रहे हैं राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय भोपाल छात्रों के लिए वोकेशनल ट्रेनिंग की भी व्यवस्था नहीं कर पा रहा है। कॉलेज में व्यापक अव्यवस्थाओं को लेकर इंजीनियरिंग कालेज के छात्र कई बार आंदोलन कर चुके हैं लेकिन आश्वासन के अलावा उन्हें कुछ भी हासिल नहीं हुआ है। वोकेशनल ट्रेनिंग, लैब, कैम्पस सिलेक्शन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर परेशान इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों की RPGV प्रबंधन भी सुनने को तैयार नहीं है। जब भी छात्रों ने कॉलेज की व्यवस्थाओं को लेकर आवाज उठाई तो उन्हें आश्वासन का झुनझुना पकड़ा दिया गया। व्यवस्थाएं आज भी जस की तस बनी हुई हैं। जिससे व्यथित हो छात्रों ने मुख्यमंत्री को अपनी समस्याओं से अवगत कराया अब देखना यह है कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान अपने भांजे भांजी की समस्याओं को दूर करते है या फिर छात्रों के हाथ निराशा ही लगेगी।
शहडोल। इंजीनियरिंग कॉलेज की असुविधा को लेकर इंजीनियरिंग कॉलेज शहडोल के छात्रों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ज्ञापन दे अपनी समस्याओं से अवगत कराया छात्रों ने कहा कि हम सभी शहडोल इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र है कई बार शिकायतों के बाद भी आज तक हमारी समस्याओं का समाधान न हो सका ।छात्रों ने कहा कि शहडोल इंजीनियरिंग कॉलेज की बिल्डिंग जो विगत एक वर्ष पहले ही बन चुकी है उसमें आज तक कक्षाएं संचालित नहीं की गई। कई बार लोक निर्माण विभाग द्वारा हस्तांतरण प्रमाण पत्र भेजा जा चुका है किंतु कॉलेज एवं विश्वविद्यालय प्रशासन ने अमल तक नहीं किया और शहडोल इंजीनियरिंग कॉलेज अपने नवनिर्मित भवन में हस्तांतरित ना हो सका। हम सभी छात्रों का आपसे निवेदन है की आगामी कक्षाएं कॉलेज के नवनिर्मित भवन पर संचालित की जाए।
बिना प्रेक्टिकल लैब के संचालित कालेज…
आज आधुनिक युग में जहां आत्मनिर्भर भारत की बात कही जा रही है शासन द्वारा विभिन्न तरह की कौशल विकास योजना चलाकर छात्रों को प्रशिक्षण देते हुए आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। शहडोल संभाग में संचालित एकमात्र इंजीनियरिंग कॉलेज जहां छात्रों को प्रैक्टिकल हेतु लैब की सुविधाएं नहीं है विगत 5 वर्षों से बिना लैब के छात्र इंजीनियरिंग कॉलेज शहडोल में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं जो एक गंभीर समस्या हैं मैकेनिकल वा माइनिंग की समुचित लैब व्यवस्था हेतु छात्रों ने मुख्यमंत्री महोदय को अवगत कराया।
पुस्तकों का अभाव…
बिना पुस्तकों का ज्ञान प्राप्त नहीं हो सकता और किसी भी विषयों की पढ़ाई हेतु पुस्तके अति आवश्यक होती हैं शहडोल संभाग के इंजीनियरिंग कॉलेज में छात्रों को बिना पुस्तकों के ही अध्ययन करना पड़ रहा है छात्रों का कहना है कि हमें इंजीनियरिंग की पुस्तकें सहजता से उपलब्ध नहीं हो पाती है विगत 5 वर्षों से इंजीनियरिंग कॉलेज शहडोल में लाइब्रेरी का आभाव है जिसके कारण हमने परीक्षाएं किताबों के अभाव में भी दिया है छात्रों ने कहा कि कॉलेज में जल्द ही एक सुसज्जित लाइब्रेरी की व्यवस्था कराई जाए ताकि छात्रों को समस्याएं उत्पन्न ना हो कॉलेज में शिक्षकों की स्थाई नियुक्ति की जाए।
कैम्पस ड्राइव का आयोजन किया जाए…
मैकेनिकल एवं माइनिंग ब्रांच दोनों के कैंपस सिलेक्शन हेतु केंपस ड्राइव का आयोजन कॉलेज में किया जाए शहडोल संभाग में संचालित सभी इंडस्ट्री एवं माइंस में लोकल छात्रों का रोजगार सुनिश्चित किया जाए छात्रों को बस की सुविधा उपलब्ध कराई जाए आदि समस्याओं को लेकर के शहडोल इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ज्ञापन दिया।
इनका कहना है…
इस आधुनिक काल मे जहाँ एक ओर आत्मनिर्भर भारत की बात हो रही वही हमारी इंजीनियरिंग कॉलेज विगत 5 वर्षो से बिना लैब, बिना पुस्तकालय एवं बिना जिमेदार अमला के संचालित हो रहा इसी संदर्भ में हम सभी प्रशिक्षु छात्रो ने माननीय मुख्यमंत्री महोदय को ज्ञापन दिया एवं इंजिनीरिंग कॉलेज शहडोल की अद्यतन परिस्थितियों से अवगत करवाया….दीपांश शुक्ला प्रशिक्षु छात्र