अवैध रेत खनन को लेकर जिला जांजगीर चांपा इन दिनों सुर्खियों में।
नवागढ़ से योगेश गुप्ता की रिपोर्ट।
खनिज विभाग के अधिकारियों के शह पर महानदी के रेत खदान के ठेकेदार द्वारा रात्रि में चैन माउंटेन मशीन की सहायता से नदी से रेत उत्खनन कराकर बेच रहे हैं। बिना रायल्टी रेत शासन को हो रही है आर्थिक क्षति। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा लोगों को सस्ती दरों पर रेत मुहैया कराने के उद्देश्य से प्रदेश के सभी रेत घाटों को ठेके पर दिया गया है लेकिन रेत ठेकेदार और खनिज विभाग के अधिकारियों पर शासन का नियंत्रण न होने से रेत ठेकेदारों द्वारा खनिज विभाग के अधिकारियों से साठगांठ कर रेत घाटों को मनमाने ढंग से संचालित कर रहे हैं। इनके द्वारा ठेका के नियम और शर्तो की धज्जियां उड़ाते हुए शासन द्वारा निर्धारित दर पर रेत को बिना रायल्टी बेच रहे हैं।
जब कोई ग्राहक रायल्टी की मांग करता है तो उन्हें निर्धारित दर की रायल्टी देकर रायल्टी से अधिक ऊँची राशि की वसूली की जाती है जिससे जरुरतमंदो को अधिक राशि में रेत खरीदनी पड़ रही है। वहाँ दूसरी ओर शासन को भी आर्थिक क्षति हो रही है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण जांजगीर चांपा जिले के शिवरीनारायण महानदी रेत घाट है। जहाँ रेत घाट का ठेकेदार महानदी में जलस्तर कम होने के बाद अक्टूबर माह के प्रारंभ से ही नदी में रात को रेत उत्खनन मशीन से कराकर प्रति हाईवा पाँच हजार रुपये तक बिना रायल्टी रेत बेची जा रही है। इससे न केवल जरूरतमंदों को आर्थिक क्षति का सामना करना पड़ रहा है साथ ही शासन को भी आर्थिक क्षति हो रही है। इस घाट से जरुरतमंदो को भी प्रति हाईवा लगभग तीन हजार रुपये अधिक दर पर रेत प्राप्त हो रही है। जिससे रेत अधिकारियों को कोई सरोकार नहीं है। जब इस संबंध में रेत ठेकेदार मुंशी डीएन साहू से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी है ही नहीं और कहा कि रायल्टी बुक न मिलने के कारण रेत उत्खनन बंद है। जब उनसे चर्चा हेतु ठेकेदार का मोबाइल नंबर मांगा गया तो मुंशी ने भी इसकी जानकारी नहीं होने की बात कही। यह एक काफी संदेहास्पद स्थिति जान पड़ती है क्योंकि रेत ठेकेदार का पर्ची कार्यालय रेत घाट नदी पर ही है और रेत से भरे सभी वाहन उनके कार्यालय के सामने से ही गुजर रहे हैं और मुंशी का कहना है कि हमें कुछ पता नहीं है। इससे स्पष्ट है कि शिवरीनारायण में रेत उत्खनन का गोरखधंधा रेत ठेकेदार और खनिज अधिकारियों की साठगांठ से चल रहा है और ठेकेदार मुंशी हमें कुछ पता नहीं है बोलकर ठेकेदार और खनिज विभाग अधिकारियों के काले कारनामे पर पर्दा डाल रहे हैं। वहीं रेत ठेकेदार को द्रष्टव्य /निर्धारित स्थलों पर सीसी कैमरा लगवाना अनिवार्य है।16अक्टूबर से सभी रेत खदान प्रारंभ हो गई हैं और रेत ठेकेदार भण्डारण क्षेत्र में दिन रात किसी भी समय परिवहन कर सकते हैं। ठेकेदार को रायल्टी बुक जारी हुआ है अथवा नहीं इसकी जानकारी नहीं है।