मैट्रिमोनियल साइट पर फर्जी आईडी बनाकर धोखाधड़ी करने वाला आरोपी चढ़ा कोरिया पुलिस के हत्थे।
छः ग स्टेट इंचार्ज ईश्वर जांगडे की खास रिपोर्ट।
छत्तीसगढ़ में चिरमिरी। मैट्रिमोनियल साइट पर फर्जी आईडी बनाकर लड़कियों के साथ धोखाधड़ी करने के आरोप में पीटर चिनाका नाम के एक 30 वर्षीय नाइजीरियन युवक को कोरिया पुलिस धर दबोचने में कामयाबी हासिल कर ली है। आपको बता दें कि कोरिया जिले के बैकुंठपुर में रहने वाले उपेंद्र साहू ने बैकुंठपुर थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी जिसमें उन्होंने बताया था कि उनकी छोटी बहन के साथ एक मैट्रिमोनियल साइट पर फर्जी आईडी बनाकर किसी व्यक्ति ने शादी का झांसा देकर 24,07,500 रूपये की ठगी की है।
बैकुंठपुर पुलिस ने मामला दर्ज कर अज्ञात आरोपी को पकड़ने के लिए IG रतनलाल डांगी सरगुजा रेंज के मार्गदर्शन पर SP कोरिया चंद्र मोहन सिंह के निर्देशन में ASP डॉ पंकज शुक्ला, DSP धीरेंद्र पटेल के नेतृत्व में साइबर टीम कोरिया द्वारा मामले की पतासाजी की गई। जिसके बाद पाया गया कि आरोपी ने मामले में सोशल नेटवर्किंग साइट के माध्यम से वॉइस कॉलिंग कर लड़की से अलग अलग नम्बर का इस्तेमाल करके बात किया करता था और भारत मे नागरिकता लेने और कई तरह के अलग अलग बहानो से पैसो की मांग करता था। उन नंबरों को ट्रैक करने के बाद पता चला कि दिल्ली के ग्रेटर नोएडा इलाके में आरोपी की लोकेशन पाई गई जिसके बाद मामले को गम्भीरता से लेते हुए कोरिया पुलिस ने एक टीम का गठन किया और इस विशेष टीम को दिल्ली के लिए रवाना किया गया। विशेष टीम ने दिल्ली में आरोपी के ठिकाने पर दबिश देकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद आरोपी से पूछताछ करने पर पता चला कि आरोपी द्वारा अन्य राज्यों जैसे तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, झारखंड, उड़ीसा, हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में भी अपने आपको डॉक्टर, इंजीनियर और बिजनेसमैन बताते हुए अपने झांसे में लेकर लाखों रुपए की ठगी करने की बात को कबूल किया। ठगी से हासिल रकम में से कुछ पैसे अपने पास रख कर बाकी के पूरे पैसे नाइजीरिया अपने मुल्क ट्रांसफर कर दिया करता था। आरोपी के पास से दो नाइजीरियन बैंकों के डेबिट कार्ड, एक भारतीय स्टेट बैंक का डेबिट कार्ड और चार मोबाइल फोन अलग-अलग कंपनियों के 14 सिम कार्ड, 1वाई फाई डिवाईस, एक लैपटॉप और दो पासपोर्ट भी जप्त किए गए। जिसमें एक पासपोर्ट फर्जी था। फर्जी पासपोर्ट कोको डेनियल के नाम से बना हुआ था। जिससे आरोपी खुद को साउथ अफ्रीका का निवासी बताता था। आपको बता दें कि फर्जी पासपोर्ट का मामला जिसमें उक्त नाइजीरियन आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।
यह मामला न केवल कोरिया जिले का पहला मामला है बल्कि आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह मामला छत्तीसगढ़ का पहला फर्जी पासपोर्ट का मामला है। भले ही मामले को सुलझा पाने में कोरोना काल के कारण कोरिया पुलिस को देर से सफलता हासिल हुई है लेकिन कोरिया पुलिस की कार्यवाही काबिले तारीफ है क्योंकि कहते हैं’देर आए दुरुस्त आए”कोरिया पुलिस की इस कार्यवाही में शामिल निरीक्षक विमलेश दुबे, उप निरीक्षक सचिन सिंह, उप निरीक्षक गंगासाय पैकरा, इस्तियाक खान, अशोक मलिक और कोरिया साइबर सेल से पुष्कल सिन्हा, प्रिंस साय, अरविंद कोल, सजल जायसवाल, विजय कुमार ने सराहनीय कार्य किया।