हाथ जोड़कर ठंडे पानी मैं खड़े होकर सूर्य देव की प्रार्थना कर उगते सूर्य को अर्घ्य दिया।
सूरजपुर से पप्पू जायसवाल की रिपोर्ट।
सूरजपुर। चांदनी बिहारपुर क्षेत्र में आज सुबह सूर्य के उगने के लिए व्रतियों को करना पड़ा लंबा इंतजार।
हाथ जोड़कर ठंडे पानी में करती रहीं प्रार्थना। सूरजपुर जिले के चांदनी बिहारपुर क्षेत्र महूली में पहली बार छठ पूजा की गई। जिससे श्रद्धाओ की उमड़ी भीड़। इलाकों में श्रद्धालु रात भर रामायण का पाठ कर मनोरंजन की आस्था कोरोना जैसी महामारी देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर छठ पूजा में सहयोग और आस्था बनाई।
आज सुबह सूर्य को अर्घ्य देने के लिए उन्हें काफी इंतजार करना पड़ा। सभी व्रतियों ने ठंडे पानी में खड़ा होकर हाथ जोड़कर सूर्य भगवान से प्रार्थना करती रहे। काफी इंतजार करना पड़ा क्योंकि कल से यहां पर बादल छाए हुए थे और सूर्य के उगने में काफी देर हो रही थी। ऐसे में व्रतियों ने ठंडे पानी में खड़ा होकर उनके उगने का इंतजार कर रहे थे।
सूर्य के उगने के बाद व्रतियों ने अपना 36 घंटे का व्रत तोड़ा छठ व्रत को सबसे कठिन औरतों में से एक माना जाता है। जिसमें महिलाएं अपने सुहाग और संतान की मंगल कामना के लिए 36 घंटे का निर्जला व्रत रखती हैं। छठ पूजा प्रारंभ चतुर्थी तिथि कौन सप्तमी के दिन समाप्त हो जाता है। सप्तमी के दिन के बाद समाप्त हो जाता है सप्तमी के दिन तो फिर तुझे देने के बाद समाप्त हो जाता है। शुक्रवार की शाम दूध दिया गया और देने से पहले सूर्य देव और छठी मैया की पूजा की गई उत्तर भारतीयों द्वारा बनाया जा रहा है।