संविधान के सिद्धांत और मूल्यों पर ऑनलाइन वेबीनार का हुआ आयोजन।

संविधान के सिद्धांत और मूल्यों पर ऑनलाइन वेबीनार का हुआ आयोजन।

स्वामी विवेकानंद कालेज में संविधान दिवस सम्पन्न।

हरदा से सैयद अरबाज अली चिश्ती की रिपोर्ट।

हरदा 26 नवम्बर 2020/ स्वामी विवेकानंद शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय हरदा की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के द्वारा भारतीय संविधान दिवस के अवसर पर भारतीय संविधान के सिद्धांत और मूल्यों पर आधारित कई कार्यक्रम आयोजित किए गए।

Online webinar on principles and values of the constitution.

जिसमें सर्वप्रथम संस्था के सभी सहायक प्राध्यापकों, अधिकारियों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों को संस्था की प्राचार्य डॉ प्रभा सोनी द्वारा कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए भारतीय संविधान की प्रस्तावना की शपथ दिलाई गई। तत्पश्चात महाविद्यालय में संविधान के सिद्धांत और मूल्यों पर ऑनलाइन वेबीनार का भी आयोजन किया गया। जिसमें प्रमुख रूप से प्राचार्य डॉ प्रभा सोनी ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में संविधान की जीवन में और देश के लिए उपयोगिता पर प्रकाश डाला। संविधान दिवस और प्रस्तावना के संबंध में राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम प्रभारी डॉ सी पी गुप्ता ने संविधान की निर्माण प्रक्रिया का वर्णन करते हुए बताया कि जहां संविधान को तैयार होने में 2 वर्ष 11 माह 18 दिन का समय लगा, वहीं इसे हस्तलिखित रूप में पूर्ण करने का कार्य प्रेमबिहारी नारायण रायजादा ने छ: माह में पूर्ण किया। उन्होंने इसका कोई पारिश्रमिक नहीं लिया सिर्फ इसके बदले अपने अक्षर का प्रथम भाग ‘प्रेम’ संविधान के प्रत्येक पृष्ठ पर लिखने की शर्त रखी थी। जो आज भी संविधान के प्रत्येक पृष्ठ पर अंकित है। उन्होंने बताया कि मौलिक अधिकारों के प्रथम पृष्ठ पर ही राम लक्ष्मण सीता के चित्र अंकित हैं जो बताते हैं कि राम ने कैकेई के अधिकारों की रक्षा के लिए वन गमन का चुनाव किया और अपने कर्तव्य की पूर्ति की। श्री गुप्ता ने बताया कि अंबेडकर साहब का कहना था यदि राजनीतिक लोकतंत्र का आधार सामाजिक लोकतंत्र नहीं है तो वह नष्ट हो जाएगा, क्योंकि वास्तव में गरीब जो भोजन और मजदूरी की तलाश में इधर उधर भटक रहे हैं, उनके लिए राजनीतिक न्याय, गरिमा और प्रतिष्ठा को बचाए रखने और अवसर को भुनाने का कोई और उपाय नहीं है। उन्होंने स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व को त्रिमूर्ति की संज्ञा दी। अगले वक्ता श्री दुर्गेश तेली, सहायक प्राध्यापक राजनीति विज्ञान ने मौलिक अधिकारों, राज्य के नीति निदेशक सिद्धांतों, मौलिक कर्तव्यों और कानून के शासन के संबंध में विचार रखें। राष्ट्रीय सेवा योजना के द्वारा 130 प्रतिभागियों को प्रस्तावना की शपथ लेने पर ऑनलाइन ई-प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए। डॉ रश्मि सिंह राष्ट्रीय सेवा योजना छात्रा इकाई प्रभारी ने सभी वक्ताओं और विद्यार्थियों का धन्यवाद ज्ञापित किया और कार्यक्रम का संचालन अंग्रेजी के सहायक प्राध्यापक डॉ राकेश सिंह परस्ते ने किया।

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