उर्दू मोहब्बत और जज्बात की जुबान है जो हर दिलों पर राज करती है।
एक दिवसीय फरोगे उर्दू सेमिनार मुशायरा सह कार्यशाला जोशो खरोश के साथ हुआ संपन्न।
छपरा से शकील हैदर की रिपोर्ट।
छपरा। उर्दू एक ऐसी जुबान है जो हर हिंदुस्तानी के दिल में बसती है। आम बोलचाल में भी उर्दू की बड़ी अहमियत है। उर्दू भाषा का विकास किए बिना मुल्क का विकास संभव नहीं है। हर इंसान को इस भाषा को अपनाने की जरूरत है तभी सही मायने में उर्दू का विकास होगा। शनिवार को मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग उर्दू निदेशालय के तत्वधान में स्थानीय डीआरडीए के सभागार में आयोजित एक दिवसीय फरोगे उर्दू सेमिनार मुशायरा सह कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के डायरेक्टर जनार्दन प्रसाद अग्रवाल ने कही। इससे इससे पूर्व विधिवत दीप प्रज्वलित कर गणमान्य अतिथियो द्वारा कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। समारोह का आयोजन जिला उर्दू भाषा कोषांग सारण द्वारा किया गया था।
डीआरडीए के सभागार में आयोजित फरोगे उर्दू सेमिनार मुशायरा सह कार्यशाला को संबोधित करते हुए डायरेक्टर जनार्दन प्रसाद अग्रवाल ने कहा की उर्दू एक ऐसी जुबान है जिस का समावेश हर भाषाओं में देखने को मिलता है। मोहब्बत जज्बात का एक बेहतरीन नमुना इस भाषा में छिपा है। इस भाष का विकास किए बिना मुल्क का विकास संभव नहीं है। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि उर्दू जबान की तरक्की के लिए हम सभी को मिलकर एक साथ चलने की आवश्यकता है। डायरेक्टर ने उर्दू जबान की तालीम को अनिवार्यता पर बल देते हुए आम लोगों को भी उर्दू जुबान की तालीम को अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया। इस अवसर पर जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी रजनीश कुमार राय ने आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि उर्दू हिंदुस्तान की एक महत्वपूर्ण भाषा है। इस तरह के आयोजन से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है। उन्होंने इस भाषा की अहमियत को समझने की आवशयकता पर बल देते हुए कहा कि इसके लिए समाज के लोगो को आगे आने की जरुरत है।
छपरा से शकील हैदर की रिपोर्ट।