चिरायु योजना से कपिलदेव का लौटा बचपन। परिजनों के चेहरे में आयी मुस्कान।
गंभीर बीमारियों से ग्रसित बच्चों को चिरायु योजनांतर्गत निःशुल्क ईलाज की सुविधा।
बलरामपुर से दीपक जायसवाल की खबर।
बलरामपुर। विकासखण्ड बलरामपुर के ग्राम बसेराकला निवासी श्री राजकुमार का बेटा कपिलदेव पचेड़ीपारा आंगनबाड़ी केन्द्र में नियमित रूप से जाता था। सामान्य रूप से दिखने वाला कपिलदेव शान्त एवं सुस्त रहता था तथा बच्चों की तरह उसके स्वभाव में चंचलता नहीं थी।
चिरायु योजनांतर्गत स्वास्थ्य दल द्वारा बसेराकला के पचेड़ीपारा आंगनबाड़ी केन्द्र में स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान कपिलदेव की जांच की गई। जांच में पाया गया कि कपिलदेव के दिल में छेद है तथा उसे समुचित उपचार के लिए अन्यत्र ले जाने की आवश्यकता है। राजकुमार के लिए बड़े शहर ले जाकर अपने बेटे का इलाज करा पाना संभव नहीं था। ऐसे में चिरायु योजनांतर्गत स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कपिलदेव को रायपुर ले जाकर निजी अस्पताल में उसकी सफल सर्जरी कराई। सर्जरी उपरांत कपिलदेव अब पूर्ण रूप से स्वस्थ्य हो गया है तथा अन्य बच्चों की तरह सामान्य जीवन व्यतीत कर रहा है। दिल में छेद होने की वजह से बच्चे ठीक से खेलकूद नहीं पाते हैं और न ही दौड़ पाते हैं क्योंकि जल्द ही उनका दम फूलने लगता है और शरीर थक जाता है तथा इसका एकमात्र ईलाज ऑपरेशन ही है।
ज्ञात है कि चिरायु योजनांतर्गत चिकित्सकों एवं स्वास्थ्यकर्मियों का दल विभिन्न शासकीय स्कूलों तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों में समय-समय पर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराया जाता है। सामान्य बीमारियों से ग्रसित बच्चों को संस्था स्तर पर ही चिरायु दल द्वारा उपचार प्रदान किया जाता है एवं गम्भीर बीमारियों से ग्रसित बच्चों को राज्य नोडल एजेंसी द्वारा अनुमोदन उपरान्त रायुपर के निजी चिकित्सालयों में निःशुल्क उपचार कराया जाता है।
कपिलदेव के पिता राजकुमार ने बताया कि आंगनबाड़ी में जांच के दौरान कपिलदेव के दिल में छेद होने की बात पता चली। तत्पश्चात स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से उसे रायपुर ले जाया गया, जहां सम्पूर्ण जांच उपरांत दिल में बड़ा छेद होने के कारण कपिलदेव को सर्जरी की सलाह दी गई। राजकुमार ने आगे बताया कि इसी बीच कोविड-19 के कारण हुए लाॅकडाउन की वजह से बच्चे को इलाज हेतु कहीं ले जाना संभव नहीं हो पा रहा था। बच्चें की शारीरिक स्थिति को देखते हुए उन्होंने जिला प्रशासन से सहायता मांगी तथा वस्तुस्थिति से अवगत कराया। जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से चिरायु योजनांतर्गत कपिलदेव का श्री सत्य सांई हाॅस्पिटल रायपुर में सफल सर्जरी हुई। सर्जरी उपरांत थोड़ी देर खड़ा न होने वाला कपिलदेव पूर्ण रूप से स्वस्थ्य हो गया है, चिरायु योजना से कपिलदेव कोे नवजीवन मिला है। राजकुमार जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग को धन्यवाद देते हुए कहते हैं कि आॅपरेशन से मेरे बच्चे की जिन्दगी बेहतर हुई है तथा वह अब सामान्य बच्चों की तरह खेलकूद सकता है। राजकुमार के चेहरे की मुस्कान यह बताती है कि चिरायु योजना ने कैसे उसके बच्चे का बचपन लौटा दिया है और यह इस योजना की सार्थकता भी सिद्ध कर रही है।
बलरामपुर से दीपक जायसवाल की खबर।