सपा ने मुसलमानों को सिर्फ इस्तेमाल किया: कब्बन
वाराणसी से रोहित सेठ की रिपोर्ट।
वाराणसी। ये आमतौर पर सुना जाता रहा कि मुलायम सिंह यादव समाजवादी पार्टी मुस्लिमों के मसीहा हैं। मुलायम सिंह जी के मुख्यमंत्री रहते हुए कौन सा ऐसा प्रावधान किए गए जिससे मुसलमानों के दिन बदल गए। पिछले 25 साल में 3 बार समाजवादी पार्टी की सरकार बनी लेकिन मुसलमानों को सिर्फ इस्तेमाल किया गया। उनके हक़ हुकूक की कोई बात नहीं की गई। यह बातें उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंखयक विभाग के स्पीक अप माइनारटी के फेसबुक लाइव कार्यक्रम में कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश महासचिव हसन मेंहदी कब्बन ने कहीं। कब्बन ने आगे कहा कि समाजवादी पार्टी ने 2012 विधान सभा चुनाव के समय अपने मेनिफेस्टो में सच्चर समिति और रंगनाथ मिश्र कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर 18 प्रतिशत मुस्लिम आरक्षण देने का वादा किया था। समाजवादी पार्टी ने सत्ता में आने के बाद इस संबंध में पूरे 5 साल तक कोई कार्यवाही नहीं की। जबकि सत्ता मैं समाजवादी पार्टी को लाने में मुसलमानों ने अहम भूमिका अदा किया था। अब ऐसा प्रतीत होता है कि अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी को ऐसा मुसलमान चाहिए जो अपनी हिस्सेदारी का सवाल ना उठाए। अखिलेश यादव का समाजवाद इतना भयभीत है कि भाजपा के आगे समर्पण की मुद्रा धारण कर लेती है। 2022 में मुस्लिम पूरी तरह से कांग्रेस के साथ है और किसी के बहकावे में नहीं आएगा।
वाराणसी से रोहित सेठ की रिपोर्ट।