दीपावली पर डा.अशोक राय क्षेत्रीय संयोजक चिकित्सा प्रकोष्ठ ने किया अपील जीवन के लिए सांसे हैं जरुरी पटाखों से बनाओ दूरी।
यूपी वाराणसी से रोहित सेठ की रिपोर्ट।
वाराणसी। वाराणसी कोरोना महामारी काल में गंभीर रूप से कोरोना के शिकार मरीजों की अधिक संख्या और कोरोना से ग्रसित मरीजों के फेफड़ों के अंदर आये विकार, उनके स्वास्थ्य संबंधित सुरक्षा, नगर में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए काशी वासियों से इस बार आगामी पर्व दीपावली पर पटाखा ना फोड़ने और सिर्फ मिट्टी के दीये से यानी केवल घी और तेल के मिट्टी के दिए से दीपावली मनाने की अपील के साथ लक्ष्मी हॉस्पिटल के प्रबन्ध निदेशक एवं चिकित्सा प्रकोष्ठ भाजपा काशी क्षेत्र के क्षेत्रीय संयोजक डा.अशोक कुमार राय ने लक्ष्मी हास्पिटल के सभागार में पत्रकारवार्ता किया और काशीवाशियों को बताया कि “जीवन के लिए सांसे हैं जरुरी, पटाखों से बनाओ दूरी” के स्लोगन के साथ-साथ प्रतीकात्मक रूप से मिट्टी के दीये देकर शपथ दिलाई कि वे इस बार की दीपावली पर्व पर पटाखा ना फोड़कर मिट्टी के दीए के साथ दीपावली पर्व मनाएं और उसके लिए दूसरों को भी प्रेरित करे।
महानगर संयोजक डा.अनिल ओहरी ने कहा कि दूसरी लहर के तहत आए अप्रैल-मई माह के कॉल में ग्रसित कोरोना कॉल में महामारी ने कितने लोगों की जान लेने के बाद गंभीर रूप से शिकार हुए लोगों को ऑक्सीजन की कमी और संक्रमित फेफड़ों की बीमारी के कारण मौत रूपी काल के मुहाने पर लाकर खड़ा कर दिया था। ईश्वरी कृपा से बचे ऐसे लोग नाना प्रकार के फेफड़ा एवं सांस संबंधित बीमारी से अभी भी त्रस्त हैं। ऐसे में जन जागरूकता के तहत हमें शपथ लेना होगा कि इस बार की दीपावली पर हम ना तो पटाखा फोड़ेंगे और ना तो किसी को अपील के माध्यम से फोड़ने देंगे। हम सभी भाइयों बहनों एवं परिजनों से पटाखा से दूरी बनाकर मिट्टी के दीये को जलाते हुए दीपावली मनाने की अपील करेंगे। तन और मन को स्वस्थ रखने के लिए हमें धुएं और तेज धमाके वाले पटाखों से दूरी बनानी होगी। पर्यावरण को साफ सुथरा और प्रदूषण मुक्त रखना हम सबकी जिम्मेदारी है।
सर्व विदित हो कि कोरोना से ग्रसित मरीजों के अन्दर इस महामारी के शिकार होने के बाद काफी विकार आ चुका है। वह अभी भी स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से जूझ रहे हैं। ऐसे में हमें भी इन परिस्थितियों में गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए, उन पर आए हुए विपत्ति के इस पल में सहभागिता करते हुए दीपावली के इस महान पर्व को पटाखों से ना मनाकर दिए की जगमग दीपावली के साथ मनाना चाहिए। बहुत ही कष्टदायक पीड़ा यह है कि इस महामारी ने ना जाने कितने परिवारों के चिरागों को बुझा दिया। कोरोना की इस महामारी में जो लोग अकारण काल के मुंह में समा गए आओ हम उनकी याद में सच्ची श्रद्धांजलि के तहत एक दिया जलाएं। कार्यक्रम में मुख्य रूप से डा.अशोक कुमार राय, डा.मनोज श्रीवास्तव, डा.अमर अनुपम, डा.एसपी गुप्ता, डा.सुनील मिश्रा, डा.राजेश गुप्ता उपस्थित थे।
यूपी वाराणसी से रोहित सेठ की रिपोर्ट।