भोपाल
अरब सागर में गहरा कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। शनिवार को इसके अवदाब के क्षेत्र में बदलने की संभावना है। उधर, अलग-अलग स्थानों पर अन्य मौसम प्रणालियां भी बनी हैं। इस वजह से प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में वर्षा हो रही है। शुक्रवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक गुना एवं उमरिया में तीन, रतलाम में 0.1 मिलीमीटर वर्षा हुई। सबसे अधिक 41.6 डिग्री सेल्सियस तापमान खजुराहो में दर्ज किया गया।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अधिकतम तापमान में भी गिरावट हो गई है। जिसके चलते नौतपा (25 मई से दो जून तक का समय) की शुरुआत ठंडी होने की संभावना है। 27 मई को बंगाल की खाड़ी में भी कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है, जिसके प्रभाव से प्रदेश में कई क्षेत्रों में मानसून पूर्व की अच्छी वर्षा होने के भी आसार हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी पीके रायकवार ने बताया कि वर्तमान में अरब सागर के दक्षिणी कोंकण तट के पास कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। यहां से एक द्रोणिका दक्षिण-मध्य महाराष्ट्र, दक्षिण मराठवाड़ा, उत्तरी तेलंगाना से दक्षिणी छत्तीसगढ़ तक बनी हुई है।
इन जिलों में होगी जमकर बारिश
दक्षिणी हरियाणा और उसके आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। मध्य पाकिस्तान और उसके आसपास भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर उत्तरी राजस्थान, उत्तरी मध्य प्रदेश से उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश तक एक द्रोणिका मौजूद है।
इन मौसम प्रणालियों के असर से शनिवार को भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, शहडोल, इंदौर, उज्जैन संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा होने की संभावना है। विशेषकर जबलपुर एवं शहडोल संभाग में कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है।
नौतपा में तपिश बढ़ने की संभावना कम
मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी आ रही है। इस वजह से अभी चार-पांच दिन तक रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला बना रह सकता है। इस वजह से नौतपा में तपिश बढ़ने की संभावना कम ही है।