दलित घुमंतू समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री, जिला कलेक्टर के नाम सौंपा ज्ञापन।
भीलवाड़ा से मूकेश मेवाड़ा की रिपोर्ट।
जिले कि पंचायत समिति रायपुर की ग्राम पंचायत रायपुर के दलित, घुमंतू समाज के लोगों ने दलित, घुमन्तु अधिकार मंच राजस्थान के प्रदेशाध्यक्ष पूनमनाथ सपेरा के सानिध्य में राजस्थान के मुख्यमंत्री, कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा।
सपेरा, घुमंतू समाज के लोगों ने ज्ञापन में बताया कि कोरोना महामारी के तहत राज्य सरकार द्वारा गरीब लोगों को दी जा रही खाद्य सामग्री किट नहीं मिल रही हैं।
राज्य सरकार, विधायक फंड से मिलने वाली खाद्य सामग्री किट जो कि गरीब दबे कुचले लोगों को देने चाहिए परंतु ग्राम पंचायत रायपुर के सरपंच, वार्ड पंच अपने चहेते, मिलने वाले लोगों को मुंह देखकर किट दिये जा रहे हैं। जिससे वास्तविक जरूरतमंद लोगों को खाद्य सामग्री किट नहीं मिल पा रही हैं। लोगों को भूख का सामना करना पड़ रहा है। यह लोग भीख मांगकर अपने परिवारों का पालन पोषण करते हैं। लेकिन देश में चल रहे लॉकडाउन की वजह से इन लोगों को, इनके परिवारों को भुखमरी का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय नेता, जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी भी इन लोगों की किसी प्रकार की कोई सुनवाई नहीं कर रहे हैं।
इन लोगों द्वारा ग्राम पंचायत, अन्य अधिकारियों के पास जाने के बावजूद भी किसी प्रकार की कोई सुनवाई नहीं की जा रही है।
सरकार को कागजों में आंकड़े पूरे कर भेजे जा रहे हैं कि जरूरतमन्द सभी गरीबों को खाद्य सामग्री कीट दिया जा रहे हैं।
ऐसी सूचना कागजों में बनाकर सरकार को दी जा रही है। जिससे इन गरीब लोगों के साथ सरासर अन्याय किया जा रहा है, जबकि फर्जी तरीके से सूचना दी जा रही है। उसकी जांच भी करवाई जावे एवं जरूरतमंद लोगों को खाद्य सामग्री के किट उपलब्ध कराया जायें।
दलित घुमंतू समाज के लोगों ने उपखंड अधिकारी रायपुर को कलेक्टर, मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर मांग की है।
समाज के लोगों का कहना है कि यदि समय रहते? इनकी समस्याओं पर गौर नहीं किया गया तो ये लोग उपखंड कार्यालय के बाहर धरना करेंगे। जिससे कोई जनहानी धनहनी होती है तो उसकी जिम्मेदारी ग्राम पंचायत रायपुर एवं प्रशासनिक अधिकारियों की रहेगी।