खेत लेवलिंग के दौरान शिव पार्वती की मूर्ति मिलने से क्षेत्र में बना चर्चा का विषय।
चहनिया संवादाता अतुल रत्न मिश्रा की रिपोर्ट।
चंदौली। रामपुर गांव के सराय रसूलपुर के गाय घाट गांव में प्रकाश यादव के खेत में खेत को ट्रैक्टर से लेवलिंग के दौरान यंत्र से पत्थर टकराने की आवाज़ से जब लोग खेत को कुछ हद तक खोदे तो मिट्टी से लबरेज पत्थर निकला। जब लोगों ने इसे धोया तो शंकर, पार्वती, गणेश, कार्तिक, नन्दी की संयुक्त मूर्ति निकली। जहां से मूर्ती निकली है वहाँ से एक किलोमीटर दूर पश्चिम में गांव में ही प्रसिद्ध बाड़ेश्वर महादेव का मंदिर, उत्तर में बैराठ में डेढ़ किलोमीटर पर कालेश्वर का मंदिर, दो किलोमीटर पर रामगढ़ में बाबा कीनाराम का मंदिर, पास स्थित बाड़ गंगा नदी के पास मूर्ती मिलने कौतूहल का बिषय बना हुआ है। यह मूर्ति किस सदी की हैं। पता नहीं चल पाया है। खेत स्वामी प्रकाश यादव ने बताया कि अभी इस मूर्ति की जांच करवानी है कि यह किस सदी की है। हालांकि इसे जांच के लिए घर में रखकर पूजन अर्चन किया जा रहा है। सराय रसूलपुर रामपुर गांव में महादेव के परिवार की मूर्ति मिलने पर ग्रामीणों ने इसे चमत्कार माना।
गांव के खेत मालिक प्रकाश यादव का कहना है कि जहाँ ये मूर्ती मिली है वहाँ आसपास और गहरे में खुदाई करवाऊंगा। हो सकता है कुछ और मिले। गांव के जगदीश प्रसाद का कहना है कि उत्तर और पश्चिम में महादेव का विशाल मंदिर है। इस तरह की मूर्ति खेत में मिलना आश्चर्य है। यह बाड़ेश्वर महादेव की कृपा भी हो सकती है। रामाश्रय कुशवाहा का कहना है कि यह ईश्वर की कृपा है। जो इस तरह की दुर्लभ मूर्ती मिली है। वहीं रबिंद्र यादव का कहना है कि मूर्ती की स्थापना वहीं होना चाहिए जहाँ से मूर्ती निकली है। इसके लिए गांव में मीटिंग कर फैसला लिया जायेगा।