समर्थन मूल्य खरीदी में अव्यवस्था होने पर किसानों में आक्रोश। सभी किसानों का गेहूॅं तौला जाये: विधायक दिलीप गुर्जर।
नागदा से संजय शर्मा की रिपोर्ट।
नागदा जंक्शन। खरीदी केन्द्रों पर 100 से 200 ट्रालियां खड़ी हैं। शासन की गेहूॅं के समर्थन मूल्य खरीदी की गलत नीतियों का खामियाजा किसान भुगत रहा है। यह आरोप लगाते हुए विधायक दिलीपसिंह गुर्जर ने कहा कि किसान लगातार 5-6 दिन लाईन में खड़े रहने के पश्चात नम्बर आने के बाद कहा जा रहा है कि उसके मैसेज की अवधि निकल गयी है। अब उनका गेहूॅं नहीं तौला जायेगा जिससे किसान अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहा है।
विधायक दिलीप सिंह गुर्जर ने कहा कि 11 तरीख के पूर्व मैसेज वाले किसानों की खरीदी नहीं की जा रही है। 26 तारीख को कोई पुराने मैसेज स्वीकार नहीं किये जायेगे। जिससे की सैकडों किसान अपनी फसल बेचने से वंचित हो जायेगें। समर्थन मूल्य खरीदी के प्रारंभ में 6-6 मैसेज ही दिये गये तथा जिससे की किसान कम आयें और तुलाई भी कम हुई।
प्रारंभ का अच्छा समय यूँही निकल गया। बाद में मैसेज बढ़ने के बाद में कभी परिवहन की कमी, बारदान की कमी, कांटों की कमी, सिलाई मशीन की कमी, हम्मालों की कमी होने के कारण किसानों का गेहूॅं नहीं तुला जिससे की खरीदी केन्द्रों पर मैसेज की संख्या पेंडिंग होती चली गई और किसानों की ट्रालियों की संख्या भी बढ़ती चली गई।
भूखा प्यासा किसान लगातार कई दिनों लाईन में लगकर उपज बेचने के लिए मजबूर रहा है क्योंकि कोरोना के कारण मण्डी भी बंद पड़ी है। बड़ी विडम्बना की बात है कि अभी 11 तरीख के मैसेज वाले किसानों के गेहूॅं ही नहीं तुले हैं। किसानों का तौल 8 दिन पीछे चल रहा है जिससे की सैकड़ों किसान फसल बेचने से वंचित रह जायेगें।
शासन को तत्काल दूसरे मैसेज पहुंचाकर किसानों की उपज बेचने की पात्रता प्रदान करना चाहिए। शासन एक तरफ तो एक-एक दाना तौलने की बात कर रहा है वहीं किसानों का मैसेज आने के बाद भी तुलाई नहीं की जा रही है। ये शासन की दौहरी नीति को दर्शाता है।
उपार्जन केंद्रों पर जो प्रतिदिन गेहूँ क्रय का लक्ष्य दिया गया उस अनुपात में किसानों के पास भोपाल से मेसेज नहीं आ रहे हैं। जिन किसानों के पास मेसेज आ रहे वे किसान ट्रैक्टर ट्रॉली की व्यवस्था कर जब उपार्जन केंद्रों पर पहुँचते हैं। तब तक उनका नम्बर निकल चुका होता है। इस क्षेत्र के सैकड़ों किसानों के साथ ऐसा हुआ है।
विधायक दिलीप सिंह गुर्जर ने बताया कि नागदा-खाचरोद विधानसभा में 12521 किसान पंजीकृत हैं। क्षेत्र के 3649 किसान आज भी अपनी बारी मैसेज के माध्यम से आने का इंतजार कर रहे हैं। क्षेत्र के 12521 किसानों से 10 लाख 28 हजार क्विंटल गेहूँ खरीदी का लक्ष्य है, जबकि वर्तमान में 517346 क्विंटल गेहूँ ही खरीदा गया है, लेकिन मैसेज के अभाव में न तो किसानों का पंजीयन अनुसार गेहूॅं खरीदा जा रहा है न ही पंजीयन अनुसार लक्ष्य की पूर्ति हो रही है। क्षेत्र में 16 उपार्जन केंद्र संचालित हैं। आज की स्थिति में क्षेत्र के पंजीकृत बड़े-बड़े किसानों से लगभग 5 लाख क्विंटल गेहूॅं खरीदी शेष है।
विधायक दिलीप सिंह गुर्जर ने पर्याप्त मैसेज, पर्याप्त बारदान, पर्याप्त परिवहन के साथ ही क्षेत्र के किसानों का एक एक दाना समर्थन मूल्य पर तुले ऐसी व्यवस्था की मांग प्रशासन से की है।