महाराष्ट्र से चले जावर में मिली चाय। सीहोर जिले के युवाओं ने शुरू की चाय की पहल।
जावर से अदनान हुसैन की रिपोर्ट।
पलायन कर रहे, अपने घर की तरफ़ रवाना हो रहे मजदूरों को वैसे तो भोजन तो जगह जगह मिल रहा है मगर जावर के युवाओं की अनुकरणीय पहल से थके एवं सफ़र से मजबूर लोगों को चाय की चुस्की मुहैया कराने का सराहनीय प्रयास किया गया है।
जावर जोड़ पर चाय बनवा कर ये युवा सेवा की भावना से लोगों को रोक रोक कर चाय पिलवा रहे है। प्रवासी मज़दूर इस क़दम की मुक्त कंठ से प्रशंसा भी कर रहे हैं।
अन्य प्रांतो के प्रवासी मज़दूरों ने बताया की मध्यप्रदेश की सीमा प्रारम्भ होते ही जगह जगह भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है। महाराष्ट्र से निकले प्रवासी मज़दूर महिला पुरूषों ने बताया कि हम लोगों को बम्बई के बाद जावर में चाय मिली है।
और उनके चहरे की राहत भरी हँसीं युवाओं का हौंसला अफ़्जाई कर रही है।
युवाओं ने इसी को प्रेरणा मान कर जन सहयोग से चाय वितरण निरंतर चलाया जाने का फ़ैसला लिया है। सभी ने युवाओं के इस क़दम की सराहना कीं हैं।