भिवंडी में नहीं चालू होगा पावरलूम उद्योग। मनपा आयुक्त ने प्रेसनोट जारी कर किया खुलासा।
भिवंडी से मुस्तक़ीम खान की रिपोर्ट।
बंद पावरलूम चालू करने वाले मालिकों पर कानूनी कार्यवाई की चेतावनी।
लूम चालू करने की अफवाह फैलाकर चंद लोग मालिकों को कर रहे थे गुमराह।
भिवंडी। कोरोना वायरस को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन में बंद पावरलूम को परमिशन द्वारा चालू किए जाने की अफवाह शहर में जोरों से फैल रही थी। जिस पर अंकुश लगाते हुए भिवंडी मनपा आयुक्त ने स्पष्ट कहा है कि पावरलूम उद्योग लाॅकडाउन 04 में भी बंद रहेंगे। उन्होंने कहा है कि बिना इजाजत पावरलूम उद्योग चालू करने वालें व्यापारी पर मनपा प्रशासन तथा भिवंडी पुलिस मामला दर्ज करेंगे। जिसके बाद चोरी छिपे पावरलूम शुरू करने वाले मालिकों में हड़कंप मच गया है।
मालूम हो भिवंडी के चंद राजनीतिज्ञ अपनी खोई राजनीति प्लेटफार्म की तलाश में लॉकडाउन चार में बंद पावरलूम कारखानों को परमिशन द्वारा चालू करने की झूठी अफवाह शहर में फैलाकर मालिकों को गुमराह करने में लगे हैं। इसके लिए ये लोग एमआईडीसी की एक साइड भी वायरल कर रहे हैं। इतना ही ये लोग साइड पर फार्म भरकर पावरलूम कारखानों को चालू करने की बात कह रहे हैं। वायरल किए गए वीडियो में तो यहाँ तक कहा गया है कि यदि इस प्रकार परमिशन लेने में कोई दिक्कत आए तो उनसे संपर्क करें। इस वायरल वीडियो के संज्ञान में आते ही मनपा प्रशासन हरकत में आ गई है। मनपा आयुक्त डॉ.प्रवीण आष्टिकर ने इसके बाद कहा है कि राज्य सरकार द्वारा पावरलूम चालू करने संबंधी कोई भी आदेश नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि भिवंडी निजामपुरा महानगर पालिका क्षेत्र एमआयडीसी अंर्तगत नहीं आता है।एमआईडीसी के वेबसाईट पर इजाजत लेकर पावरलूम चालू किया जा सकता है। यह पूरी तरह गलत, मालिकों को फँसाने, गुमराह किए जाने वाली महज अफवाह है। मनपा आयुक्त ने साफ शब्दों में कहा कि एमआयडीसी वेबसाईट पर परमीशन लेकर शहर में पावरलूम उद्योग शुरू नहीं किया जा सकता हैं। बावजूद इसके पावरलूम उद्योग चालू करने वालों के खिलाफ मनपा, पुलिस प्रशासन दोनों कार्रवाई करेगी। स्थानीय जनता लाॅकडाउन का पालन करें, इस प्रकार का आह्वान मनपा आयुक्त डाॅ.प्रवीण आष्टीकर ने नागरिकों से किया है। इधर लूम मालिकों को गुमराह कर झूठी सहानुभूति लूटने की कोशिश करने वाले नेता पर कड़ी से कड़ी कार्यवाई की मांग ने तूल पकड़ लिया है। आपको बताते चलें कि यह पहला मौका है जब भिवंडी में लगातार दो महीने सभी पावर लूम कारखाने, इससे जुड़े इंडस्ट्रीज पूरी तरह बंद है। जिनके मालिकों द्वारा बंद के दौरान मजदूरों की देखभाल न किए जाने से मज़दूर मजबूर होकर अपने गाँवों को पलायन कर रहा है।