1590 यात्रियों को लेकर स्पेशल श्रमिक ट्रेन आजमगढ़ के लिए रवाना।
भिवण्डी से मुस्तक़ीम खान की रिपोर्ट।
यात्री संख्या कम होने से प्रतापगढ़ जाने वाली ट्रेन हुई रद्द।
भिवंडी। उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के लिए 1590 यात्रियों को लेकर दसवीं किराया मुक्त विशेष श्रमिक ट्रेन 4:10 पर भिवंडी रोड रेलवे स्टेशन से रवाना हुई। मौके पर उपस्थित पुलिस अधिकारी एवं रेलवे विभाग के कर्मचारियों ने यात्रियों को जरूरी सामग्री देकर तालियां बजाकर विदा किया।
वहीं पर्याप्त यात्री संख्या न होने के कारण प्रतापगढ़ की ट्रेन गुरुवार को भी नहीं जा सकी। ट्रेन का इंतजार कर रहे यात्रियों को बड़ी परेशानी उठानी पड़ी।
कई लोगों ने केंद्र सरकार, रेल मंत्रालय का उपहास उड़ाते हुए कहा कि पहले भूखे प्यासे गरीब बेहोशी की हालत में गांव जाने के लिए ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। समय ने ऐसा पलटी खाया कि अब ट्रेन यात्रियों का इंतजार कर रही है।
गौरतलब हो कि सरकार और रेल मंत्रालय के देर से जागने का नतीजा खुद रेल विभाग और अभागे मजदूरों को भुगतना पड़ रहा है, क्योंकि मजदूरों की बड़ी संख्या में पलायन करने के बाद रेल मंत्रालय की तरफ से बुधवार को उत्तरप्रदेश के प्रतापगढ़ और आजमगढ़ जिले में जाने वाले यात्रियों के लिए किराया मुक्त स्पेशल श्रमिक ट्रेन रवाना करने की सूचना दी गई थी। लेकिन ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या कम होने के कारण रेल विभाग को बुधवार के दिन दोनों ट्रेनें रद्द करनी पड़ी।
इस मामले को लेकर शहर में तरह-तरह की चर्चा और अफवाहों का बाजार गर्म है कि मुफ्त में यात्रा कराने की घोषणा के बावजूद भी यात्रियों का पर्याप्त संख्या में इकट्ठा ना होने का कारण दिलचस्प और आश्चर्यचकित करने वाला है।
मजदूरों ने बताया कि प्रवासी मजदूरों तक सही समय पर सही माध्यम से सूचना नहीं दी जाती है। जिन लोगों ने जाने का आवेदन किया है उनके साथ भी तरह-तरह की यातनाएं और छटनी जैसे भेदभाव किए जाते हैं।
किराया मुक्त होने के बाद भी ट्रेन से यात्रा करने वालों से इधर-उधर कर बिचौलिए काफी पैसा वसूल कर लेते हैं। लॉकडाउन में भी भ्रष्टाचार के कारण यात्रियों की पर्याप्त संख्या नहीं मिल मिल पा रही है। यात्रियों का कहना है कि जब प्रवासी मजदूरों को ट्रेन की आवश्यकता थी तब रेल विभाग सो रहा था और जब रेल विभाग जागा है तो 80 फीसदी मजदूर यात्री विभिन्न साधनों तथा पैदल अपने गांव की तरफ जा चुके हैं।