इंदौर में कोरोना पर नियंत्रण दिल्ली, मुम्बई से बेहतर किया गया: मंत्री डॉ.मिश्रा
अजय सिंह ठाकुर की रिपोर्ट।
24 घंटे में कोरोना टेस्ट रिपोर्ट उपलब्ध कराएँ:
स्वास्थ्य एवं सुरक्षा संबंधी बैठक हुई:
गृह, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने इंदौर में स्वास्थ्य एवं सुरक्षा व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए कोरोना टेस्ट सैम्पल रिपोर्ट को 24 घंटे में उपलब्ध कराने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए।
मंत्री डॉ.मिश्रा ने कहा कि बेहतर प्रबंधन से इंदौर में कोरोना संक्रमण को दिल्ली, मुम्बई की अपेक्षा सफलतापूर्वक नियंत्रित किया गया है।
मंत्री डॉ.मिश्रा ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि सैम्पल टेस्ट रिपोर्ट का शीघ्रता से प्राप्त होना आवश्यक है। देरी से रिपोर्ट प्राप्त होने पर पॉजीटिव व्यक्ति से संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है, साथ ही उपचार की प्रक्रिया भी मुश्किल हो जाती है।
उन्होंने कहा कि टेस्ट रिपोर्ट जल्द प्राप्त होने पर मरीज की बीमारी गंभीर नहीं हो पाएगी और मरीज जल्द स्वस्थ्य होकर घर जा पाएंगे। इसलिये सैम्पल रिपोर्ट का शीघ्रता से प्राप्त होना जरूरी है।
मंत्री डॉ.मिश्रा ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया कि हर हाल में सैम्पल रिपोर्ट 24 घंटे में उपलब्ध कराई जाना सुनिश्चित किया जाए। आयुक्त स्वास्थ्य ने बैठक में आश्वस्त किया कि सोमवार से प्रतिदिन 24 घंटे में सैम्पल टेस्ट रिपोर्ट उपलब्ध किया जाना सुनिश्चित कर लिया जाएगा।
बैठक में कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि इंदौर का पॉजिटीविटी रेट घटकर 6.6 प्रतिशत पर आ गया है। शहर में मात्र एक वार्ड ऐसा है जहाँ 15 से ज्यादा पॉजीटिव केस आये हैं।
इंदौर में बेहतर प्रबंधन से कोरोना नियंत्रित:
मंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि कोरोना संक्रमण के प्रारंभिक काल में दिल्ली-मुंबई एवं इंदौर के हालात एक जैसे ही थे। तीनों शहरों में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा था। परंतु मध्यप्रदेश सरकार तथा इंदौर जिला प्रशासन ने कड़ी मेहनत से स्थिति संभाली और आज इंदौर में स्थिति नियंत्रित है।
इंदौर में अभी 80 प्रतिशत बेड खाली हैं। इस दौरान न केवल इंदौर बल्कि संपूर्ण राज्य में कोरोना उपचार संबंधी प्रबंधन क्षमता में वृद्धि के लिये तमात आवश्यक इंतजाम किये गये।
प्रदेश में वर्तमान में 2 हजार 574 सक्रिय प्रकरणों के विरुद्ध 20 हजार बेडिंग केपेसिटी है। इसके अतिरिक्त आईसीयू वार्ड, वेंटिलेटर, पीपीई किट, दवा आदि सभी समुचित मात्रा में उपलब्ध हैं।
कोविड-19 संक्रमित सभी व्यक्तियों का इलाज नि:शुल्क कराया, किया जा रहा है। इन सभी प्रयासों का परिणाम है कि, आज इंदौर का रिकवरी रेट 74 प्रतिशत तक पहुंच गया है।
मंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा ने कोरोना नियंत्रण में शासन-प्रशासन को बेहतर प्रबंधन और इंदौर वासियों को जागरूकतापूर्वक सहभागिता करने पर बधाई दी है।
अनलॉक के बाद भी आपराधिक ग्राफ में आई कमी।
मंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा ने कोरोना संक्रमण काल में कानून व्यवस्था में संवेदनशीलता के साथ सख्त रहने के निर्देश दिये। उन्होंने स्वास्थ्य के साथ इंदौर में कानून व्यवस्था की भी समीक्षा की।
समीक्षा के दौरान आईजी विवेक शर्मा ने बताया कि एक जून से अनलॉक के बाद आपराधिक ग्राफ में कमी आई है। उन्होंने बताया कि अनलॉक के बाद से करीब 960 स्थाई वारंटियों को गिरफ्तार किया गया है।
आर्म्स एक्ट के तहत रिकॉर्ड कार्यवाही करते हुए 25 दिन में 125 अवैध आग्नेय अस्त्र एवं हथियार जब्त किये गये और त्वरित कार्यवाही करते हुए गिरफ्तारियाँ भी की गई हैं।
बैठक में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, इंदौर संभागायुक्त डॉ.पवन शर्मा, आईजी विवेक शर्मा, कलेक्टर, नगर निगम कमिश्नर, जिला पंचायत सीईओ, एमजीएम मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ.ज्योति बिंदल अन्य अधिकारीगण एवं चिकित्सक उपस्थित थे।