परिजनों ने बनाया बेटे को नशे का व्यापारी।
शहडोल से संभागीय ब्यूरो मोहित तिवारी की रिपोर्ट
पुलिस कप्तान की टीम ने छेड़ी नशे के खिलाफ मुहिम।
आदिवासी प्रधान इस अंचल का यह बड़ा सौभग्य है कि पिछले करीब 04 माह पूर्व ही जिले की सुरक्षा की कमान सम्हालने वाले एसपी सत्येंद्र शुक्ला नशे के धुर विरोधी हैं, फलस्वरूप प्रभार सम्हालने के साथ ही जैसे नशे के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्यवाही की जा रही है। शायद ही पहले ऐसे पुलिस कप्तान हैं, जिनके अल्प सेवा काल में नशा, जुआ आदि के खिलाफ सर्वाधिक कार्यवाही की गई है।
यह अलग बात है कि उनका यथेष्ट सहयोग एएसपी श्रीमती प्रतिमा एस मैथ्यू और लगभग जिले के सभी अधिकारी, कर्मचारी दे रहे हैं। फलस्वरुप उन्हें अपनी नशा विरोधी मुहिम में पूरी सफलता मिली है।
शहडोल। जिले के थाना सोहागपुर में सूचना प्राप्त हुई कि सतगुरू स्कूल के पास दीपक विश्वकर्मा एवं उसकी माँ राधा विश्वकर्मा अपने घर में मादक पदार्थ गांजा काफी मात्रा में बिक्री करने के उद्देश्य से रखे हुए हैं। प्राप्त सूचना के आधार पर पुलिस की टीम पूछताछ एवं कार्यवाही हेतु सतगुरू स्कूल पानी टंकी के पास रामानुज कॉलोनी में संदेही दीपक विश्वकर्मा पुत्र दीना विश्वकर्मा उम्र 25 वर्ष एवं राधा विश्वकर्मा पति दीना विश्वकर्मा उम्र 48 वर्ष के घर पहुंची।
उनके घर की तलाशी लेने पर दीपक विश्वकर्मा के घर में से उसके द्वारा छिपाये गए स्थान से प्लास्टिक की बंधी बोरी में गांजा प्राप्त हुआ। राधा विश्वकर्मा की निशादेही पर भी उसके ही घर से प्लास्टिक की बोरी में गांजा प्राप्त हुआ।
मां बेटे के कब्जे से 21 किलो गांजा बरामद:
पुलिस को मां-बेटे के कब्जे से 21 किलो गांजा मिला। जिसकी कीमत लगभग दो ढाई लाख रूपये बताई गई। दोनों आरोपियों को गिरफतार करके बरामद गांजे के साथ थाना सोहागपुर में धारा 8/20 एनडीपीएस एक्ट के तझत कार्यवाही की गई।
आरोपियों का पुश्तेनी धंधा:
आरोपियों से पूछताछ करने पर राधा विश्वकर्मा ने बताया कि उसका परिवार लम्बे समय से गांजे का व्यवसाय करता आ रहा है। मेरे पति दीना विश्वकर्मा कई वर्षों तक गांजा बेचते रहै हैं। लगभग 02 वर्ष पूर्व उसकी मृत्यु के बाद माँ बेटे गांजे के व्यवसाय में लग गए।
गौरतलब है कि वर्ष 2019 में भी दीपक विश्वकर्मा के विरूद्ध थाना सोहागपूर में गांजा बरामद किये जाने पर एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही की गई थी। इसके बावजूद उसके कृत्यों में कोई परिवर्तन नहीं हुआ और लगातार वह गांजा बेचने के काम में लगा रहा।
पुलिस द्वारा लगातार नजर रखते हुए पुड़ियों में गांजा सेवन करने वाले ग्राहकों को और छोटे व्यापारियों को गांजा बेचने की स्थिति की तस्दीक हो रही थी। कल जब पुलिस को बड़ी मात्रा में गांजा आरोपियों के कब्जे में होने की सूचना मिली तो पुलिस द्वारा स्पष्ट कार्य योजना के तहत दबिश की कार्यवाही की गई।
बुढार के ओम चौधरी का नाम आया सामने:
आरोपी राधा विश्वकर्मा एवं दीपक विश्वकर्मा ने पूछताछ के दौरान बतावा है कि बुढ़ार के ओम चौधरी से गांजा खरीदते रहे हैं। थाना सोहागपुर प्रभारी सुदीप सोनी के नेतृत्व में उनकी पूरी टीम द्वारा पूरी जिम्मेदारी की भावना से बढ़-चढ़कर भाग लिया है। पुलिस अधीक्षक ने इस टीम को पुरुस्कृत करने की घोषणा की है।
केशवाही में पकड़ाया दो कार सहित 24 कि गांजा:
इसी क्रम में थाना बुढ़ार अंतर्गत पुलिस चौकी कैशवाही में लगभग 24 किलो सहित 02 कारों में गांजा बरामद हुआ है। पुलिस को सूचना प्राप्त हुई थी कि जिला अनूपपुर गिरवा रोड में अनुपपुर से गिरवा की ओर ग्राम रामपुर का दिगम्बर राठौर अपने साथी सुनील जायसवाल निवासी रामपुर, रजन पटेल पिता ददुल्ला निवासी कुरनिहा टोला एवं उमेश पटेल निवासी पड़रिया एक सफेद रंग की स्कोडा कार क़मांक सीजी 10 व्ही 9428 में काफी मात्रा में गांजा लेकर आ रहा है।
सुनील जायसवाल की कार के आगे मारुति बुलेरो कार एमपी 65 सी 3115 को अजय साहू चलाते हुए पायलटिंग कर रहा है। पुलिस द्वारा जैसे ही सूचना प्राप्त हुई तो पूरी सक्रियता दिखाते हुए संबंधित सड़क पर एमबुश लगाकर घेराबंदी की गई।
पुलिस को देखते ही पायलटिंग करता हुआ वाहन चालक काफी फुरती से सड़क से बोलेरो गाड़ी को नीचे उतारकर भाग खड़ा हुआ। पीछे आ रही स्कोडा कार के डाईवर ने भी तेजी से गाड़ी यूटर्न लेकर वापस करनी चाही लेकिन पुलिस ने काउंटर एम्बुश लगा रखा था, जिससे यह गाड़ी पकड़ ली गई।
दोनों गाड़ियों एवं उनके सवारों के बारे में जांच-पड़ताल किये जाने पर पाया गया कि पायलटिंग वाहन बोलेरो का वाहन चालक अजय साहू पिता कालीदास साहू उम्र 28 वर्ष निवासी कुरनिहा टोला रामपुर थाना अमलाई जिला शहडोल गाड़ी छोड़कर भाग गया है।
स्कोडा कार में सुनील जायसवाल पिता अशोक जायसवाल उम्र 30 साल निवासी रामपुर, राजन उर्फ रजन पटेल पिता ददुल्ला पटेल उम्र 40 साल निवासी ग्राम पडरिया, दिगम्बर सिंह राठौर पिता प्रीतम लाल राठौर उम्र 35 साल निवासी रामपुर पकड़े गए, इस वाहन का एक और सवार उमेश पटेल पिता लोकनाथ पटेल उम्र 30 साल निवासी पडरिया चौकी केशवाही वाहन से उतरकर भाग गया।
जानकारी के मुताबिक इस स्कोडा कार में 24 किलो गांजा बरामद हुआ, लगभग 3.60 लाख रुपये कीमती यह गांजा शहडोल जिले में खपाने के लिए लाया जा रहा था।
पोलिस के मुताबिक तीनों आरोपियों को गिरफतार कर 24 किले गांजा के संबंध में घारा 8/20 एनडीपीएस एक्ट के तहत प्रकरण पंजीबद्ध करके व्यापक विवेचना की जा रही है।
इस कार्यवाही में पुलिस चौकी केशवाही प्रभारी उप निरीक्षक अर्चना धुर्वे और उनकी टीम तथा थाना प्रमारी बुढ़ार महेन्द्र सिंह चौहान के नेतृत्व में थाना बुढ़ार की टीम को पुलिस अधीक्षक शहडोल ने पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
गांजे का पुराना कारोबारी:
उल्लेखनीय है कि विगत सप्ताह थाना सोहागपूर क्षेत्रांतर्गत बोलेरो वाहन में 11.4 किलोग्रम गाांजा पकडा गया था, जो कि राजेश जैन एवं अजय साहू द्वारा ही उसे दिया गया था।
दमोह के इस नामी गांजा तस्कर राजेश जैन ने बताया कि वह लम्बे समय से इन लोगों से गांजा की खेप ले जाकर दमोह जिले में बेचता रहा है। राजेश जैन का भाई राकेश जैन दमोह जिले का निगरानी बदमाश है और कई एनडीपीएस के प्रकरणों में जेल जा चुका है।
इस प्रकार दिगम्बर राठौर और अजय हैं। साहू के तार जिले के बाहर भी गांजा तस्करों से जुड़े हुए थाना चचाई जिला अनुपपुर में सुनील जायसवाल के खिलाक एनडीवीएस एक्ट का अपराध वर्ष 2014 में पंजीबद्ध हो चुका है।
दिगम्बर राठौर के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के दो प्रकरण एवं 25/2 एक्ट का एक प्रकरण पंजीबद्ध हो चुका है। दिगम्बर राठीर एनडीपीएस एक्ट के नामले में दस साल के लिए जेल में भी रह चुका है। वर्ष 2017 में जेल से 10 साल की सजा काटने के बाद छूट कर आने के बाद से पुनः यह गाजे के व्यवसाय में संलिप्त हो गया है ।
03 माह में 44 नशे के मामले:
उल्लेखनीय है कि 01 मार्च से 25 मई तक की अवधि में जिला शहडोल पुलिस ने नारकोटिक्स एक्ट एवं मध्यप्रदेश ड्रग कंटरोल एक्ट के तहत बड़ी कार्यवाही करते हुए निम्नानुसार आपराधिक प्रकरण दर्ज करते हुये भारी मात्रा में मादक पदार्थ जप्त किये हैं।
एनडीपीएस एक्ट के तहत 38 मामले जानकारी के मुताबिक 240 ग्राम गांजा, 2075 शीशी कफ सिरप ,1700 नग नशीले टेबलेट तथा म.प्र.ड्रग कंट्रोल अधिनियम के तहत दर्ज अपराधों के 06 मामलों मे 46 शीशी कफ सिरप, 70 नग नशीले इंजेक्शन तथा 60 नग नशीले टेबलेट बरामद किए गए हैं।
सतत चलेगा नशा विरोधी अभियान:
पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र शुक्ल द्वारा इस प्रतिनिधि से हुई चर्चा के दौरान बताया गया कि शहडोल पुलिस अधिकारी कर्मचारियों द्वारा की यह कार्यवाही अति प्रशंसनीय है।उम्मीद है कि भविष्य में भी इसी वेग से व्यापक कार्यवाहियां करने का संकल्प व्यक्त किया गया है।
अपराध नियंत्रण की दिशा में नशा के व्यवसाय पर कठोर कार्यवाही पुलिस अधीक्षक शहडोल की सर्वोपरि प्राथमिकताओं में से एक है।
न केवल शहड़ोल जिले बल्कि अंतर्जिला एवं अंतर्राज्यीय नेटवर्क पर भी शहडोल पुलिस की नजर है एवं लगातार बड़ी कार्यवाही स्पष्ट रणनीति के तहत की जा रही है।