रोहित नगर में सीवर ओवरफ्लो से जनता बेहाल।
वाराणसी से संतोष कुमार सिंह की रिपोर्ट।
महीनों से तीन तीन सीवर के लगातार बह रहे पानी से रास्ते पर चलना दुर्भर।
सीवर के गंदे पानी से गुजरना बनी स्थानीय नागरिकों की मजबूरी,सीवर के गंदे पानी से कोरोना फैलने का खतरा: ई०राहुल कुमार सिंह।
क्रांति फाउंडेशन ने जल कार्य विभाग में दर्ज करायी शिकायत, जल्द से जल्द सीवर कार्यवाई की मांग।
वाराणसी। एक तरफ लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामले काशीवासियों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। दूसरी तरफ कई जगहों पर सीवर ओवरफ्लो की समस्या के कारण भी लोगों का जीना मुहाल हुआ है। ताजा मामला रोहित नगर कालोनी का है जहां महीनों से सीवर ओवरफ्लो की समस्या के कारण स्थानीय निवासियों का जीना मुहाल हो गया है।
क्रांति फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्थानीय निवासी ई०राहुल कुमार सिंह के अनुसार रोहित नगर कालोनी में महीनों से तीन तीन सीवर ओवरफ्लो कर रहे हैं जिसके कारण कालोनी की सड़कें गंदे पानी का तालाब बनी रहती हैं। आलम ये है कि लगातार बहते पानी के कारण कालोनी की सड़कें पूरी तरह टूट चुकी हैं तथा लोगों को इसी सीवर के बजबजाते पानी में से रोज गुजरना पड़ता है। दिनभर तीनों सीवरों से लगातार पानी बहता रहता है जिससे सड़कों पर हमेशा गंदा बदबूदार पानी जमा रहता है।
श्री राहुल कुमार सिंह के अनुसार प्रशासन को जब यह पता हो चुका है कि सीवर के पानी में भी कोरोना वायरस पाया जाता है तो इस तरह कि लापरवाही स्थानीय निवासियों के लिए घातक हो सकती है।पहले से ही कालोनी के कई ईलाके कोरोना हाटस्पाट बने हुए हैं। जिसके कारण स्थानीय निवासियों में संक्रमण फैलने का डर बना रहता है श्री सिंह के अनुसार सीवर की नियमित सफाई न होने के कारण यह समस्या आती है।
अगर जल कार्य विभाग नियमित तौर पर सीवर की सफाई कराये तो इस तरह की समस्या ही उत्पन्न न हो परंतु वाराणसी जल कार्य विभाग की लापरवाही के कारण ये संभव नहीं हो पाता है। ऐसे समय पर जब बनारस में तेजी से कोरोना का संक्रमण फैल रहा है, प्रशासन को सीवर ओवरफ्लो जैसी समस्याओं का युद्ध स्तर पर निदान करना चाहिए जिससे संबंधित क्षेत्रों में साफ सफाई रहे तथा बढ़ते संक्रमण के खतरे को कम किया जा सके। श्री सिंह ने बताया कि उन्होंने रोहित नगर कालोनी में सीवर ओवरफ्लो की शिकायत जल कार्य विभाग कंट्रोल रूम में दर्ज करा दी है तथा कंट्रोल रूम द्वारा उनको शिकायत संख्या 7846 आवंटित की गयी है।
जल कार्य कंट्रोल रूम द्वारा उनको आश्वासन दिया गया है कि समस्या का निदान एक दो दिन मे कर दिया जायेगा।