मोहर्रम के मौक़े पर ताज़ियादारी एवं अखाड़ा पर पूर्णरूप से रहेगा प्रतिबंध: आफताब आलम खान।
सारण बिहार से शकील हैदर की रिपोर्ट।
छपरा: मोहर्रम के मौक़े पर ताज़ियादारी,अखाड़ा एवं धार्मिक जमावड़ा नहीं होने को लेकर ज़िला पदाधिकारी सारण एवं पुलिस अधीक्षक सारण के निर्देशानुसार छपरा नगर निगम वार्ड संख्या 01 में ब्रह्मपुर अजायबगंज मसनुई कर्बला में शान्ति समिति की बैठक आयोजित की गई।
शान्ति समिति की बैठक को संबोधित करते हुए सदर BDO ने बताया की बिहार सरकार द्वारा कोरोना काल में 06 सितंबर 2020 तक लॉकडाउन लगाया गया है। जिस कारण सभी तरह के धार्मिक आयोजनों पर सरकार की तरफ़ से प्रतिबंध है। आमजनों से सहयोग के लिए बैठक की जा रही है। भगवान बाज़ार थानाध्यक्ष ने सभी लोगों से लॉकडाउन का पालन करते हुए सहयोग करने और आपसी सौहार्द बनाए रखने की अपील की। बैठक को संबोधित करते हुए हाजी आफ़ताब आलम खान ने बताया की ब्रह्मपुर अजायबगंज मसनुई कर्बला छपरा में मोहर्रम के पहलाम के लिए चार थाना क्षेत्रों का अखाड़ा आता है जिसमें भगवान बाज़ार थाना क्षेत्र से नई बाज़ार, छत्रधारी बाज़ार, शिव बाज़ार, गड़हीतीर, मिरचाईया टोला, गुदरी बाज़ार, सलापतगंज, चिकटोली दौलतगंज, शेखटोली, नबीगंज, अजायबगंज एवं ब्रह्मपुर मोहल्ला, नगर टाउन थाना क्षेत्र से करीम चक, सरकारी बाज़ार, राहत रोड, दहियावाँ एवं बूटनबाड़ी मोहल्ला, मुफ्फसिल थाना क्षेत्र से करींगा एवं नैनी गाँव एवं रिविलगंज थाना क्षेत्र से मुबारकपुर, इनई, पचपतरा, शेखपुरा, औली, जलालपुर एवं सलेमपुर गाँव मुख्य रूप से शामिल हैं।
हाजी आफ़ताब ने कहा की कोरोना वैश्विक महामारी एवं लॉकडाउन के कारण सारण ज़िला के मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सर्वसम्मति से पहले ही निर्णय ले लिया है की इस वर्ष मोहर्रम-उल-हराम के मौक़े पर अखाड़ा ताज़ियादारी, शहादतनामा या किसी तरह का कोई धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जाएगा। उन्होंने ये भी कहा की बिहार वक़्फ़ बोर्ड को वक़्फ़ की जायदाद का संरक्षण करने की ज़िम्मेवारी है, वक़्फ़ बोर्ड को हमारे धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है। फलाह-उल-मुसलेमीन कमेटी ब्रह्मपुर छपरा एवं ज़िला के सभी अखाड़ा के ख़लीफ़ाओं ने आपसी मशवरा से ये ऐलान कर दिया है की इस वर्ष मोहर्रम पर्व के पावन मौक़े पर सभी तरह के धार्मिक आयोजनों पर पूर्णरूप से प्रतिबंध रहेगा।
इस बैठक में सदर BDO, थानाध्यक्ष भगवान बाज़ार, परवेज़ आलम खान, जमाल खान, अब्दुल्लाह खान, असलम खान, जावेद आलम खान, सैफ़ अली, अतिउल्लाह खान, मोहम्मद आरिफ़ खान, शाहिद खान, निशू शाह, अस्पताली साह, मोहम्मद सलीम, हाजी आफ़ताब आलम खान सहित सैकड़ों गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।