रहटगांव क्षेत्र में किसानों को सोयाबीन फसल की लागत भी नहीं मिली।
रहटगांव से नीलेश गौर की रिपोर्ट।
रहटगांव। क्षेत्र में सोयाबीन की फसल तहस-नहस बर्बाद होने के बाद किसानों के पास अपने खेत साफ सफाई करने के अलावा कोई रास्ता नहीं है। कृषक सुधीर पिता केवल राम गुर्जर ने अपने तीन एकड़ खेत की कटाई हार्वेस्टर से कराई। खेत में जितना अनाज सोयाबीन बोया गया था उससे भी कम अनाज कटाई के बाद निकला। तीन एकड़ की भूमि में दो बोरा सोयाबीन निकला। सुधीर गुर्जर ने बताया कि हजारों रुपए की लागत लगाने के बाद दो बोरा सोयाबीन निकला है। वह भी आधा खराब है और आधा अच्छा है। कटाई का पैसा भी नहीं निकला। इस प्रकार की फसल का उत्पादन निकलने के बाद किसानों के सामने आगामी दिनों में रबी की फसलें बोनी करने को लेकर परेशानी उत्पन्न हो गई है।
कृषक हरिओम गौर, मनीष केमैया, प्रमोद कैमया, शैलेंद्रसिंह राजपूत, वीरू राठौर, बबलू पटेल, बालमुकुंद मीणा, विजय गौर ने बताया कि आगामी रबी की फसल में यूरिया, डीएपी, खेत बनवाई, बघराई, बीज सहित खेतों के कई कार्य करना है। सोयाबीन की फसल पर निर्भर किसान इस प्रकार सोयाबीन का उत्पादन नहीं होने से परेशान हैं। पहले से ही कर्ज में डूबे हैं। हजारों रुपए का कीटनाशक खेतों में डाला है। बीज का पैसा सहित अन्य कर्ज पहले से ही बना हुआ है। अब दोबारा खेती करना किसान के लिए चिंता का विषय बन गया है। इस कटाई छंटाई के दौरान रहटगांव क्षेत्र के पटवारी श्री दिनेश इवने भी मौके पर मौजूद रहे।