मुलताई में 9 महीने 31 हादसे, 2 बंदरों सहित 45 घायलों को पहुंचाया अस्पताल।

मुलताई में 9 महीने 31 हादसे, 2 बंदरों सहित 45 घायलों को पहुंचाया अस्पताल।

ब्यूरो चीफ अफसर खान की रिपोर्ट।

मुलताई में ऑटो एम्बुलेंस सेवा से बची कई जाने।

मुलताई। 5 जनवरी 2020 को बैतूल की तर्ज पर ही मुलताई शहर में भी बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति द्वारा ऑटो एम्बुलेंस योजना का क्रियान्वयन प्रारंभ किया था। ऑटो एम्बुलेंस योजना से जुड़े ऑटो चालकों द्वारा इस योजना के तहत नि:स्वार्थ रूप से सड़क हादसों में घायलों को तत्परता से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मुलताई पहुंचाया।

Hospital reached 45 wounded including nine months of 31 accident in multai.

ऑटो एम्बुलेंस चालकों की तत्परता से 9 महीनों में हुए 31 सड़क हादसों में 45 घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया, जिनमें दो बंदर भी शामिल हैं।

योजना के क्रियान्वयन में सहभागी बने दीपेश-वीरेन्द्र:

ऑटो एम्बुलेंस योजना के मुलताई में क्रियान्वयन की जब चर्चा चल रही थी, तब समाजसेवी एवं बोथरा वस्त्र भंडार के संचालक दीपेश बोथरा ने स्वेच्छा से योजना के क्रियान्वयन सहयोग देने की इच्छा जाहिर की। इसी तरह समाजसेवी वीरेन्द्र अग्रवाल एवं उनके बेटे यश अग्रवाल ने भी बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति के साथ सेतु की भूमिका निभाते हुए, ऑटो एम्बुलेंस योजना के क्रियान्वयन में सहयोग दिया। मुलताई SDOP नम्रता सोंधिया, BMO डॉ.पल्लव एवं अन्य विभागों का भी योजना के क्रियान्वयन में सहयोग मिला। ऑटो चालकों में अब सड़क हादसों में घायलों को अस्पताल पहुंचाने का डर पूरी तरह खत्म हो चुका है। इसका उदाहरण कई बार सामने आया जब अत्यधिक गंभीर मामले में ऑटो चालकों ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया। इन 45 प्रकरणों में दो मामलों में अस्पताल पहुंचने के बाद उपचार के दौरान दो लोगों की मौत भी हुई है, तो आधा दर्जन से अधिक प्रकरणों में घायलों को नागपुर रेफर किया गया।

इन ऑटो चालकों ने बचाई सड़क पर तड़पती जिंदगियां:

ऑटो एम्बुलेंस योजना से जुड़े ऑटो चालक रोशन खंडाग्रे, सोनू शाह, श्याम पंवार, निलेश नागले, संजू, यश चौहान, शाहरूख, यशवंत बिसन्द्रे, श्याम पंवार, शेख शब्बीर, राकेश कोड़ले, गोपाल पंवार, विपीन यादव, मुरली चौहान, शुभम बारंगे, राजेश पंवार, गोविंद पंवार, श्री पंवार, फिरोज शाह एवं कमलेश पंवार ने ऑटो एम्बुलेंस योजना के लिए अपनी सेवाएं दी हैं। घायलों के अस्पताल पहुंचाने पर ऑटो चालकों को 200 रूपए प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है। इसके अलावा दूरी के हिसाब से राशि में बढ़ोत्तरी भी की जाती है। शव परिवहन की स्थिति में ऑटो चालकों को पूर्व सांसद एवं भाजपा प्रदेश कोषाध्यक्ष द्वारा एक हजार रूपए प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है। ऑटो एम्बुलेंस योजना की संचालक गौरी पदम, मुलताई में योजना के संयोजक दीपेश बोथरा, वीरेन्द्र अग्रवाल ने उन सभी ऑटो चालकों के प्रति आभार व्यक्त किया है, जिन्होंने मुश्किल घड़ी में घायलों को अस्पताल पहुंचाकर जीवन रक्षक की भूमिका निभाई।

Hospital reached 45 wounded including nine months of 31 accident in multai.

ब्यूरो चीफ अफसर खान की रिपोर्ट।

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