कोरोना: प्रशासन, जनप्रतिनिधि और जनमानस।
भैयालाल तिवारी की कलम से…
कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से पूरा विश्व जहाँ एक तरफ जूझते हुए उससे लड़ने का प्रयास करते हुए चलित औषधालय के माध्यम से शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रो में कोरोना से जागरूक करने के साथ साथ उपचार हेतु आवश्यक दवाएं मुहैया कराये जाने का प्रयास किया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ जनप्रतिनिधि और जनमानस का भी कुछ दायित्व है कि कदम से कदम मिला कर इस संकट काल में खड़े हों। किन्तु जनप्रतिनिध और जनमानस अपने कर्तव्य को भूल सारी समस्याओं का ठीकरा प्रशासन पर फोड़ अपने कर्तव्य की इतिश्री कर रहा है।
कोरोना जैसी वैश्विक महामारी जिसने पता नहीं कितने लोगों को काल का ग्रास बना दिया है और न जाने कितने ग्रास बनते जा रहे हैं। ऐसी स्थितियों से निपटने में प्रशासन को सख्त एहतियाती कदम उठाने की जरूरत है। उससे ज्यादा जनप्रतिनिधि, और जनमानस को जागरूक होकर अपने और अपने परिवार की सुरक्षा के साथ समाज हित भी देखना अति आवश्यक है। क्योंकि अनजाने में की गई लापरवाही का खामियाजा खुद के साथ समाज को भी उठाना पड़ सकता है।
सावधानी में ही सुरक्षा है। आमजन सावधानी हटी कि दुर्घटना घ्टी को भूल रहा है। जनमानस लापरवाह हो कर अपनी गलतियों का ठीकरा प्रशासन पर फोड़ता है। प्रशासन, जनमानस से अपील करता है कि बिना कारण के घर से न निकलें सामाजिक दूरी के साथ चेहरे को ढकें या मास्क लगाए रखें किंतु इन बातों की परवाह किये बिना लोग अपनी धुन में लगे हैं, जिसका खामियाजा भी भुगतते हुए प्रशासन पर दोषारोपण कर रहे हैं। कोरोना मरीजों के इलाज का हर संभव प्रयास किया जा रहा है। लोगो के घरों को प्रतिबंधित क्षेत्र बनाने का प्रयास किया जा रहा किंतु अधिकतम संख्या होने के कारण या कर्मचारियों की कमी के कारण कुछ क्षेत्रों को प्रतिबंधित करने नहीं पहुंच पा रहे हैं। ऐसी स्थिति से सामना करने के लिए हर उस व्यक्ति को सहयोग के लिए आगे आना बेहद जरूरी है जो जागरूक है। प्रशासन के साथ सहभागिता निभाने में अदद भूमिका जनप्रतिनिधिओ की भी है कि वे अपने वार्ड का क्षेत्रों का भ्रमण कर यह देखें कि उनके क्षेत्र में कोई कोरोना मरीज तो नहीं हैं यदि है तो उसको कोई परेशानी तो नहीं या उस क्षेत्र को प्रतिबंधित न किया गया हो तो प्रतिबंधित क्षेत्र बनाने में प्रशासन का सहयोग करते हुए जनमानस को भी इस वैश्विक महामारी से बचने के लिए जागरूक किया जाए। इसके अलावा सबसे महत्वपूर्ण कड़ी हमारा व्यापारी वर्ग है जिनके एक निर्णय से हम इस कोरोना जंग को निश्चित ही जीत सकते हैं।