स्ववित्तीय अतिथि विद्वानों ने बिगाड़ी प्रवेश व्यवस्था,अक्सर रहते हैं महाविद्यालय से गायब।
बहाना बनाकर गायब रहते हैं स्ववित्तीय अतिथि विद्वान।
उदयपुरा पर्वत सिंह राजपूत की रिपोर्ट।
उदयपुरा। शासकीय महाविद्यालय उदयपुरा में स्ववित्तीय विद्वान आए दिन महाविद्यालय से गायब रहते हैं। इस समय महाविद्यालय में छात्रों के प्रवेश फॉर्म जमा हो रहे हैं। छात्र छात्राएं प्रवेश फॉर्म जमा करने महाविद्यालय जाते हैं लेकिन महाविद्यालय में पदस्थ स्ववित्तीय विद्वान समय पर महाविद्यालय नहीं पहुंचते छात्रों द्वारा बताया गया कि महाविद्यालय में कई घंटों प्रवेश फॉर्म जमा करने तथा प्रवेश फार्म लेने के लिए इंतजार करना पड़ता है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक कुछ विद्वान हफ्ते में दो या तीन दिन ही महाविद्यालय आते हैं 10:00 बजे की जगह अतिथि विद्वान 12:00 बजे महाविद्यालय पहुंचते हैं। शासकीय महाविद्यालय उदयपुरा में मनमर्जी से चल रहा है वित्तीय विद्वान को वरिष्ठ अधिकारियों का डर नहीं है जब हमारे संवाददाता द्वारा जांच पड़ताल की गई तो कई स्ववित्तीय विद्वान महाविद्यालय में उपस्थित नहीं थे।
इस समय कोरोना फिर तेजी से फैलने लगा है और महाविद्यालय अनेक छात्र-छात्राएं अपने-अपने निवास स्थानों से बस के माध्यम से महाविद्यालय पहुंचते हैं लेकिन महाविद्यालय में अनुपस्थित स्ववित्तीय अतिथि विद्वानों के रवैये के चलते निराश होकर घर लौट रहे हैं। कुछ छात्रों ने बताया कि विद्यालय में स्ववित्तीय अतिथि विद्वान मौजूद ना होने के कारण प्रवेश फॉर्म जमा करने के लिए 2 से 3 दिन परेशान होना पड़ रहा है। कुछ छात्रों ने बताया कि वह बस से महाविद्यालय आते हैं और बस से आने के कारण उन्हें कोरोना महामारी का डर बना रहता है। कुछ परिजन भी महाविद्यालय छात्र छात्राओं को लेकर आते हैं जिससे उनके कार्य का नुकसान होता है। महाविद्यालय में स्ववित्तीय विद्वानों का यह रवैया चिंता का विषय है।