हैप्पी सीडर यंत्र से गेहूं फसल की बोनी लाभदायक, कृषकों के खेतों में किया जा रहा है प्रदर्शन।
छत्तीसगढ़ स्टेट इंचार्ज ईश्वर जांगड़े की रिपोर्ट।
बिलासपुर। बिलासपुर जिले में रबी फसल की बोनी प्रारंभ हो गई है। रबी फसलों के उत्पादन लागत में कमी लाने के उद्देश्य से जिले में पहली बार हैप्पी सीडर कृषि यंत्र से गेहूं फसल की बोनी का प्रदर्शन आयोजन कराया जा रहा है।
उप संचालक कृषि ने बताया कि धान के अवशेष को हटाये बगैर हैप्पी सीडर यंत्र से गेहूं फसल की बोनी कराई जा सकती है। जिससे मिट्टी में उपलब्ध नमी व उपजाऊ शक्ति बरकार रहती है साथ ही पानी व बीज की बचत होती है। हैप्पी सीडर यंत्र ड्यूल टैंक दोहरे बाॅक्स में बीज व खाद को अलग-अलग भरा जाता है। हल के आगे दो तरीके से कटर चलता है जो धान के अवशेष को काटकर मिट्टी में दबा देता है जिससे अवशेष में फंसा बीज भूमि में गिर जाता है फलस्वरूप तापमान व पक्षियों से बीज का बचाव होता है। धान फसल अवशेष मिट्टी में मिल जाता है और सड़कर कम्पोस्ट बन जाता है। जिससे मिट्टी की उपजाऊ शक्ति में बढ़ोत्तरी होती है तथा उपलब्ध नमी का उपयोग बीज के अंकुरण में हो जाता है।
छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी के सुराजी ग्राम पाली विकासखंड तखतपुर जिला बिलासपुर छ.ग. में एक्सटेंशन रिफाम्र्स आत्मा योजनान्तर्गत रबी 2020 में प्रदर्शन आयोजन हेतु चयनित कृषकों श्री कुलदीप मिश्रा के खेत में कृषि विभाग व कृषि अभियांत्रिकी विभाग के समन्वय एवं सहयोग से 1 एकड़ में हैप्पी सीडर यंत्र से गेहूं फसल की बोआई कराई गयी है। अन्य चयनित 14 कृषकों के खेत में भी हैप्पी सीडर यंत्र से गेहूं बीज बोनी कराई जायेगी।कुलदीप ने बताया कि धान की कटाई उपरांत रबी फसल बोनी हेतु ओल आने में लगभग 15 दिन का समय लगता है। जिससे रबी फसल की बोआई पिछड़ जाती है साथ ही खेत को ट्रेक्टर से दो बार जुताई व एक बार रोटावेटर चलाना पड़ता है। हैप्पी सीडर कृषि यंत्र के उपयोग से खरीफ फसल की कटाई उपरांत भूमि में उपलब्ध नमी का उपयोग करते हुये एक ही बार में खेत की जुताई के साथ साथ कतार में बीज की बोआई व उर्वरक का उपयोग किया जा सकता है फलस्वरूप जुताई में लगभग 5000 रूपये की बचत हो जाती है।
आत्मा योजनान्तर्गत गेहूं बीज की बोआई हेतु बीज की व्यवस्था कृषि विभाग द्वारा बीज निगम सेन्दरी से किया गया वहीं कृषि अभियांत्रिकी बिलासपुर द्वारा हैप्पी सीडर यंत्र से बीज बोनी के प्रदर्शन की व्यवस्था की गई।