विश्वव्यापी कोरोना वैक्सीनेशन महाअभियान की जिले में हुई शुरूआत।
बलरामपुर से वीरेंद्र पटेल की रिपोर्ट।
102 में समन्वयक दीपक नीलकण्ठ को लगा कोरोना का पहला टीका।
कलेक्टर ने टीकाकरण के दौरान पहुंचकर स्वास्थ्यकर्मियों का किया उत्साहवर्धन।
बलरामपुर। शासन से प्राप्त निर्देशानुसार अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को कोरोना वैक्सीन लगाने की शुरुआत की गई है। इसी क्रम में कलेक्टर श्री श्याम धावडे के निर्देशन में जिला चिकित्सालय बलरामपुर के 102 में समन्वयक के पद पर कार्यरत स्वास्थ्य कर्मी दीपक नीलकंठ को कोरोना का पहला टीका लगाया गया। इसके साथ ही जिले में कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत हुई। ज्ञात हो कि जिला चिकित्सालय बलरामपुर के साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुसमी और रामानुजगंज में भी कोरोना वैक्सीन लगाने हेतु सेशन साइट बनाया गया है।
ने हितग्राही को कोरोना का पहला टीका लगाने वाली महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता श्रीमती उषा रोहित का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि जिस प्रकार कोरोना संक्रमण काल के कठिन समय में चिकित्सकों तथा स्वास्थ्य कर्मियों ने मानव जीवन की रक्षा की है उसी प्रकार आपको नई जिम्मेदारी मिली है और मेरा पूर्ण विश्वास है कि आप सभी इसका निर्वहन बेहतर ढंग से करेंगे। इसके पश्चात डॉक्टरों ने कलेक्टर धावड़े को बताया कि कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए हितग्राही को पांच चरणों से गुजरना पड़ता है। जिसमें प्रथम चरण में हितग्राही के पहचान पत्र की जांच कर उनके शरीर का तापमान मापा जाता है। इसके बाद को-वैक्सीन से पोर्टल से प्राप्त सूची के साथ हितग्राही के नाम का मिलान करने के उपरांत प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मी द्वारा हितग्राही को कोरोना वैक्सीन की जानकारी देते हुए टीका लगाया जाता है। टीकाकरण के बाद हितग्राही को आधे घण्टे के लिए आब्जर्वेशन में भी रखा जाता है। साथ ही किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एडवर्स इफेक्ट फाॅलोअप इम्युनाइजेशन की भी व्यवस्था की गयी है। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने कहा कि विश्वव्यापी टीकाकरण के इस महाअभियान के लिए पूर्व अभ्यास कर कार्ययोजना तैयार की गयी थी इसी का परिणाम है कि बिना किसी रूकावट के टीकाकरण प्रारंभ हो गया। इस दौरान कलेक्टर ने पहला टीका लगाने वाले स्वास्थ्यकर्मी दीपक नीलकण्ठ से बात कर स्वास्थ्यकर्मियों के कार्य और सेवा भावना की सराहना की।
इस अवसर पर नगर पालिका बलरामपुर के अध्यक्ष गोविन्द राम, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.बसंत कुमार सिंह, सिविल सर्जन डाॅ.आर.के त्रिपाठी सहित अस्पताल के डाॅक्टर और स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित थे।
बलरामपुर से वीरेंद्र पटेल की रिपोर्ट।