भैंसामुंडा। अवैध रेत परिवहन रोकने में प्रशासन हुआ नाकाम।
आरटीओ खनिज और पुलिस प्रशासन की मिलीभगत से शासन के राजस्व को लग रहा है चुना।
वाड्रफनगर से दीपक जायसवाल की रिपोर्ट।
बलरामपुर जिले में प्रशासन और सफेदपोश धारी की मिलीभगत से इन दिनों रेत का अवैध परिवहन धड़ल्ले से जारी है। उत्तरप्रदेश के रेत माफियाओं के आगे जिला प्रशासन पूरी तरह से नतमस्तक दिखाई पड़ रहा है। रेत के अवैध कारोबार के खिलाफ खबर लिखने में पत्रकारों की कलम की स्याही भी सूख चुकी है।
दरअसल पूरा मामला रेत के अवैध परिवहन से जुड़ा है। आपको बता दें कि सूरजपुर जिले के रेड़ नदी से रेत का उत्खनन कर रोजाना 50 से 100 ओवरलोड ट्रक बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर पुलिस चौकी और बसंतपुर थाने के सामने से होकर अंतरराज्यीय खनिज और परिवहन जाँच नाका धनवार से गुजर रहे हैं। जिसके कारण जिले की सड़क तो खराब हो ही रही है साथ में शासन के राजस्व को भी चूना लग रहा है लेकिन इन सब बातों से जिम्मेदार अधिकारियों को कोई परवाह नहीं है।
रेत माफिया के हाई प्रोफ़ाइल सेटिंग और पैसे के आगे जिम्मेदार अधिकारी भी अपने कर्तव्यों से साफ साफ पीछे हट गए हैं। जिले के धनवार स्थित आरटीओ जांच नाके में रेत से लदे सैकड़ों ओवरलोड वाहन रोजाना गुजर रहे हैं। वहाँ के प्रभारी महोदय कोई भी कार्यवाही करने में कोई रुचि नहीं दिखाते हैं। इससे ये साफ जाहिर होता है कि रेत माफिया के आगे अधिकारी पूरी तरह से नतमस्तक हैं।
वाड्रफनगर से दीपक जायसवाल की रिपोर्ट।