हरी झंडी दिखाकर सर्वे दलों को किया रवाना।
हरदा से सैयद अरबाज अली चिश्ती की रिपोर्ट।
हरदा। हरदा जिले को टीबी मुक्त कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है। घर घर जाकर सर्वे करने एवं टीबी रोगियों की खोज के लिए दलों का गठन किया गया है। प्रशिक्षण एवं सर्वे सामग्री प्रदान कर गुरूवार को सीएमएचओ डाॅ. किशोर कुमार नागवंशी ने हरी झंडी दिखाकर सर्वे दलों को रवाना किया। टीम जिले के टिमरनी, सिंगनपुर, धुरगाड़ा, भवरदी रैयत और दीपगांव खुर्द में घर घर जाकर सर्वे करेगी और टीबी मरीजों की जानकारी जुटाएगी। इस अवसर पर डब्लूएचओ कंसल्टेंट डाॅ. क्षितिज खापरडे, डाॅ. सोफी सायमन, श्री कृष्णा सिरमनवार, डाॅ. शिवेंद्र मिश्रा जिला क्षय अधिकारी देवास और जिला क्षय अधिकारी हरदा डाॅ. गोपाल कश्यप सहित जिला अस्पताल के कर्मचारी उपस्थित रहे।
हाइटेक होगा सर्वे:
जिला क्षय अधिकारी डाॅ. गोपाल कश्यप ने बताया कि सर्वे टीम को टेबलेट कम्पयुटर उपलब्ध कराए गए हैं जिसके माध्यम से टीम घर घर जाकर डाटा इकट्ठा करेगी। संभावित क्षय मरीजों के बलगम के नमूने लिए जाएंगे और सीबीनाॅट एवं ट्रूनाॅट जैसी अत्याधुनिक तकनीक से उन बलगम नमूनों की जांच होगी। प्रयोगशाला तकनीशियन द्वारा जांच की रिपोर्ट कम्पयुटर में डालते ही सर्वे टीम को उनके टेबलेट में दिखाई देने लगेगी। टेबलेट कम्प्युटर में लगा जीपीएस रियलटाइम लोकेशन बताएगा जिससे हितग्राही एवं सर्वे टीम तक पहुंचना आसान होगा।
एक माह चलेगा सर्वे:
5 फरवरी से शुरू हुआ सर्वे 28 फरवरी तक चलेगा। चिन्हित गांव में टीबी मरीज नहीं पाए जाने पर समीपस्थ ग्राम में सर्वे किया जाएगा। जिले में 5 सर्वे टीम गठित की गई हैं। प्रत्येक टीम को न्यूनतम 6 टीबी रोगी खोजने का टार्गेट दिया गया है। सर्वे के दौरान जो भी टीबी के मरीज पाए जाते हैं उनकी निःशुल्क जांच, निःशुल्क उपचार के साथ साथ टीबी मरीजों को निक्षय पोषण योजना के तहत 500 रुपया प्रति माह प्रदान किये जाएंगे। डाॅ. कश्यप ने बताया कि निक्षय पोषण योजना की राशि 6 माह तक प्रदान की जाती है। सभी टीबी मरीज इस योजना के लिए पात्र हैं। टीबी मरीज द्वारा बैंक खाते की जानकारी उपलब्ध कराने पर डीबीटी के माध्यम से भुगतान किया जाता है।
कैसे होगा टीबी मुक्त:
सर्वे के लिए चिन्हित ग्राम में यदि पिछले पांच सालों में कोई भी टीबी का मरीज नहीं पाया जाता है तो वह ग्राम टीबी मुक्त घोषित होगा। यही प्रक्रिया समीपस्थ ग्रामों में भी अपनाई जाएगी।
हरदा से सैयद अरबाज अली चिश्ती की रिपोर्ट।