100 रुपये में चल रही थी 40 किलो मीटर , अब 7 रुपये के खर्च में चल रही 35 किलो मीटर।
पेट्रोल बाइक को जुगाड़ टेक्नालॉजी से बना दी इलेक्ट्रिक बाइक
चिचोली से सुरेन्द्र बावने की रिपोर्ट।
चिचोली। पेट्रोल के बढ़ते दाम ने आम आदमी की कमर तोड़ कर रख दी है। इससे परेशान बैतूल बिजली विभाग में पदस्थ लाइन हेल्पर ने एक ऐसा जुगाड़ लगाया कि 100 रुपये में चालीस किलोमीटर चलने वाली उसकी बाइक अब मात्र 7 रुपये के खर्च में 35 किलो मीटर चल रही है।उषाकान्त नाम के इस व्यक्ति ने जुगाड़ करके अपनी पुरानी पेट्रोल बाइक को इलेक्ट्रिक बाइक में तब्दील कर लिया है। जोकि प्रदूषण रहित है और बिना पेट्रोल के चलती है।
उषाकान्त बैतूल में बिजली विभाग में लाइनमैन है और उसी ने इस अनोखी बाइक को बनाया है। उषाकान्त का कहना है कि उनके पास 18 साल पुरानी बाइक थी, उसको इलेक्ट्रिक बाइक बनाया है। इसमें 12 वाट की 4 बैटरी लगाई हैं, साथ ही एक मोटर लगाई है जिससे ये बाइक चल रही है। ये बाइक 6 घंटे में चार्ज होती है और इसमें एक यूनिट बिजली का खर्च आता है। ये बाइक एक बार में 35 किलोमीटर चल जाती है। ये वास्तव में बेहद हैरान करने वाला प्रयोग है कि 7 रुपये की एक यूनिट बिजली में 35 किलोमीटर।
उषाकान्त का कहना है कि बढ़ती महंगाई के समय घूमना भी महंगा पड़ता है और खर्च ज्यादा आता है। नई बाइक खरीदने पर एक लाख रुपये तक का खर्च आता है इसलिए उन्होंने पुरानी बाइक को इलेक्ट्रिक बाईक बना लिया जिससे पेट्रोल की बचत हो रही है और प्रदूषण का झंझट भी नहीं है। उषाकान्त अपने गांव से ऑफिस इसी बाइक से आते हैं और साथ में उनके मित्र दयाराम भी आते हैं, जो उन्हीं के साथ बिजली विभाग में नौकरी करते हैंं।
उषाकान्त का कहना है कि यदि वो अपनी पुरानी बाइक को कबाड़ में बेचते तो उनको बहुत कम पैसे मिलते। बाइक पुरानी थी और उसका रजिस्ट्रेशन भी खत्म हो गया था। इसलिये बाइक में 28 हज़ार रुपये लगाकर इसे इलेक्ट्रिक बना दिया। पहले पेट्रोल की बाइक में रोज 80 से 100 रुपये खर्च होते थे, अब उन्हें दो से ढाई हजार रुपये महीने की बचत होती है।
चिचोली से सुरेन्द्र बावने की रिपोर्ट।