बनगवां पुरान पारा के ग्रामीणों ने पहाड़ को काटकर बना दी है सड़क।

हौसलों से उड़ान होती है…बनगवां पुरान पारा के ग्रामीणों ने पहाड़ को काटकर बना दी है सड़क।

मूलभूत सुविधाओं से कोसों दूर शासन की एक भी योजनाओं का लाभ नहीं ले रहे हैं ग्रामीण।

बनगवां पुरान पारा में आज तक नहीं पहुंचे एक भी जनप्रतिनिधि।

खटिया के माध्यम से मरीजों को ले जाते हैं सोनहत में इलाज कराने। यहां के बच्चे शिक्षा से कोसों दूर।

ओड़गी से पप्पू जायसवाल की रिपोर्ट।

ओड़गी। ओड़गी मुख्यालय के दूरस्थ अंचल की ग्राम पंचायत आज भी विकास से कोसों दूर है। एक ओर शासन लाखों करोड़ों रुपए दूरस्थ अंचल की ग्राम पंचायतों में पैसा खर्च करके विकास करने के लिए तत्पर है परंतु धरातल पर आज भी दूरस्थ अंचल की ग्राम पंचायत विकास से अछूती है। दूरस्थ अंचल की ग्राम पंचायत छतरंग के आश्रित ग्राम पंचायत बनगवां पुरान पारा में शासन की एक भी योजनाएं संचालित नहीं हो रही हैं।यहां के ग्रामीण बताते हैं कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हर जगह निर्माण कार्य हो रहा है परंतु यहां के ग्रामीणों को आज तक प्रधानमंत्री आवास हितग्राहियों को नहीं मिला है। यहां के ग्रामीणों को काफी परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा है। एक ओर जहां रोड ना होने के कारण स्वास्थ्य सुविधा यहां के ग्रामीणों को नहीं मिल पा रही हैं। ग्रामीण या बच्चों का स्वास्थ्य खराब हो जाता है तो आज भी खटिया के माध्यम से जिला कोरिया सोनहत इलाज कराने के लिए जाना पड़ता है। यहां के ग्रामीणों को राशन लाने में भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कौरी के माध्यम से ग्रामीण पहाड़ को पार करते हुए राशन अपने घर में लाते हैं। गांव में एक भी स्कूल ना होने के कारण यहां के बच्चे शिक्षा से कोसों दूर हैं। ग्रामीणों का मानना है कि हम खुद पढ़े लिखे नहीं हैं। इस कारण हम अपने समस्याओं को ग्राम सभा में सरपंच के माध्यम से रखते हैं परंतु हमारी सुनवाई ना होने के कारण हम निराश घर में ही बैठे हैं। हमारे बच्चों का भविष्य अंधकार में है।

Patients are taken for treatment in Sonhat through Khatiya.

पहाड़ को काटकर बना दी सड़क।

ग्राम पंचायत बनगवां पुरान पारा के लोक सुराज अभियान 2018 में ऑनलाइन शिकायत की गई थी परंतु उस शिकायत का कोई समाधान नहीं हुआ। जिसके कारण ग्रामीण निराश होकर खुद पहाड़ को काटकर सड़क बना दिए हैं। तब जाकर ग्रामीण बाइक के माध्यम से किसी तरह गांव में पहुंच पाते हैं परंतु इसके बाद भी ना तो क्षेत्र के जनप्रतिनिधि ना तो कर्मचारी किसी का भी ध्यान गया है।

आंगनबाड़ी केंद्र वर्षों से कागजों में संचालित है।

बनगवां के पुरान पारा में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तो नियुक्त कर दिया गया है परंतु वर्षों से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कागजी कार्रवाई करते हुए अपना फोरम पूरा कर रही है। ग्रामीणों के अथक प्रयास के कारण अभी आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण कर हो रहा है परंतु वह भी दूरस्थ अंचल होने के कारण भ्रष्टाचार से पूर्ण रूप से लिप्त है। निर्माण कार्य होने के साथ ही बहुत जल्दी धराशायी होने की कगार पर निर्माण कार्य दिख रहा है। निर्माण कार्य में जंगल की गिट्टी का धड़ल्ले से प्रयोग किया जा रहा है। विभागीय अधिकारी फोन के माध्यम से ही कार्य का देख रहे हैं।

Even a single public representative has not reached Banagwan Puran till date.

यहां दूरसंचार व्यवस्था भी है जीरो।

एक ओर केंद्र शासन डिजिटल योजना पर जोर दे रही है परंतु आज भी दूरस्थ अंचल की ग्राम पंचायतों में डिजिटल इंडिया की योजना कहीं भी दूरस्थ ग्राम पंचायतों पर देखने को नहीं मिल रही है। दूरस्थ ग्राम पंचायत में पहुंचते ही आप नेटवर्क से कोसों दूर गायब हो जाएंगे।

Patients are taken for treatment in Sonhat through Khatiya.

यहां के ग्रामीण आंदोलन के मूड में।

ग्रामीणों का कहना है कि हम अपने मांगों को लेकर ग्राम स्तर के जनप्रतिनिधियों को बताते बताते थक गए हैं परंतु हमारी समस्याओं को जनप्रतिनिधि ध्यान नहीं दे रहे हैं। ऐसे ही चलता रहा तो बहुत जल्द समस्त परिवार आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।

दूरस्थ अंचल के गांव के जमीनों में पड़ी है दलालों की नजर।

ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि वर्षों से पीढ़ियों से यहां काबिज हैं परंतु दूसरे गांव के ग्रामीण के नाम से पट्टा बना दिया गया है। जोकि शासन के द्वारा पट्टा बनाने की प्रक्रिया को बैन कर दिया गया है। इसके बाद भी दूसरे गांव के ग्रामीण का कैसे पट्टा बन गया यह भी एक बड़ा सवाल है।

क्या कहते हैं इस संबंध में ग्रामीण।

हम लोगों के द्वारा कई बार ग्राम स्तर के जनप्रतिनिधियों को रोड की समस्या के बारे में अवगत कराया गया है। इसके बाद भी हमारे समस्या पर जनप्रतिनिधि गंभीर नहीं हुए। थक हार कर हम सभी ग्रामीण एकजुट होकर पहाड़ को काटकर रोड बनाए हैं। तब जाकर आवागमन हमारे क्षेत्र में थोड़ा मोड़ा हो रहा है। हनुकलाल यादव
उपसरपंच ग्राम पंचायत छतरंग

गांव में आवागमन साथ में शिक्षा के क्षेत्र में प्राथमिक पाठशाला एवं छतरंग, घुईडीह, पालकेवरा, बड़वार, चारों पंचायतों में संचार व्यवस्था की व्यवस्था प्रशासन के द्वारा शीघ्र की जाए तथा हर्रई से होते हुए बाकी घाट कटिंग प्रशासन के द्वारा शीघ्र कराई जाए। सुरेश यादव पंचायत बनगवां पुरान पारा।

हमारे क्षेत्र में एक भी स्कूल नहीं है जिसके कारण हमारे बच्चे शिक्षा से कोसों दूर हैं। हमारे क्षेत्र में स्कूल एवं रोड की व्यवस्था होनी चाहिए। रामबरन चेरवा ग्राम बनगवां पुराण पारा

हमारे गांव में एक भी शासन की योजना संचालित नहीं हो रही है। जल्द ही विभागीय अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि हमारे क्षेत्र में शासन की योजनाओं का लाभ दिलाएं। शंकर यादव ग्रामीण बनगवां

इस संबंध में क्या कहते हैं क्षेत्र के विधायक।

बलमा घाट कटिंग का सेक्शन हो गया है। शीघ्र ही उसका काम भी चालू हो जाएगा। हम क्षेत्र के विकास के लिए तत्पर हैं। वहां के ग्रामीणों को प्रधानमंत्री आवास अगर नहीं मिला है तो ग्रामीणों को विभागीय अधिकारियों से इसकी शिकायत करनी चाहिए। आंगनबाड़ी सहायिका नहीं पहुंच रही हैं तो विभागीय अधिकारियों से बात करके उसी गांव के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की नियुक्ति करा दी जाएगी। जल्द ही गांव में पहुंचकर ग्रामीणों के साथ वार्तालाप करूंगा। पारसनाथ राजवाड़े संसदीय सचिव विधायक भटगांव विधानसभा।

आपके द्वारा जानकारी बताई गई है। परियोजना अधिकारी से बात करके जल्द ही गांव में महिलाओं के लिए सामग्री पहुंचाई जाएगी। गांव में अधिकारी पहुंचकर जल्द ही वास्तविक स्थिति से अवगत होंगे। सी.वी.सिसोदिया जिला अधिकारी महिला बाल विकास सूरजपुर।

ओड़गी से पप्पू जायसवाल की रिपोर्ट।

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