जबलपुर: MP में नकली रेमडेसिविर मामले में विहिप नेता पर FIR

जबलपुर: MP में नकली रेमडेसिविर मामले में विहिप नेता पर FIR।

गुजरात से नकली इंजेक्शन मंगवाकर अपने सिटी अस्पताल में संक्रमितों को लगवाए।

नाम आने पर बनाया था हार्ट अटैक का बहाना।

सिटी अस्पताल में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाया जा रहा था।

आदाब खान की स्पेशल रिपोर्ट।

मध्यप्रदेश के जबलपुर में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में विहिप नेता और सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत मोखा समेत 3 पर FIR दर्ज की है। सरबजीत गुजरात से नकली इंजेक्शन मंगाकर अपने अस्पताल में संक्रमितों को लगवाए थे।

FIR on VHP leader in fake Remedesvir case in MP.

ओमती थाने में रविवार देर रात सरबजीत मोखा, सिटी अस्पताल का दवा संचालक देवेश चौरसिया और भगवर्ती फार्मा के संचालक सपन जैन के खिलाफ धारा 274, 275, 308, 420, 120बी, 53 आपदा प्रबंधन अधिनियम, 3 महामारी एक्ट का प्रकरण दर्ज कर लिया है। दो दिन पहले मामले में नाम सामने आने के बाद सरबजीत ने हार्ट अटैक की बात कह कर अस्पताल में भर्ती हो गया था। हालांकि पुलिस ने अभी उसे गिरफ्तार नहीं किया है।
एक मई को गुजरात की मोरबी थाने की पुलिस ने नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन का भंडाफोड़ किया था। इस मामले में गुजरात पुलिस ने 6 मई की देर रात अधारताल पुलिस की मदद से आशानगर निवासी सपन उर्फ सोनू जैन को गिरफ्तार किया था। सपन का सिविक सेंटर में भगवती फार्मा नाम से दवा की बड़ी दुकान है। इसका शहर के कई बड़े अस्पतालों में दवा सप्लाई का काम है।

नर्मदा में फेंक दिए थे नकली इंजेक्शन

सपन जैन ने गुजरात में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन का खुलासा होने के बाद बड़ी मात्रा में इंजेक्शन नर्मदा में फेंक दिए थे। उसने जिले में 400 इंजेक्शन सप्लाई की बात स्वीकार की है। दवा सप्लायर सपन ने नकली रेमडेसिविर मामलेे में सिटी अस्पताल का संचालक सरबजीत सिंह मोखा का नाम लिया था। सरबजीत ने ही उसे गुजरात की नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचनेे वाली फर्म का नंबर दिया था। आठ मई को पुलिस, प्रशासन और ड्रग विभाग ने कार्रवाई करते हुए भगवती फार्मा, सत्यम व सत्येंद्र मेडिकोज को सील कर दिया था।

FIR on VHP leader in fake Remedesvir case in MP.

पुलिस से बचने के लिए हार्टअटैक का किया है नाटक।

नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन में नाम सामने आने के बाद सिटी अस्पताल का संचालक सरबजीत मोखा पुलिस से बचने के लिए हार्टअटैक का नाटक कर अपने ही अस्ताल में भर्ती हो गया। जबकि प्रशासन चाहे तो मेडिकल के चिकित्सक टीम से उसकी जांच कराकर झूठ को बेनकाब कर सकती है। वह विश्व हिंदू परिषद का नर्मदा जिलाध्यक्ष है। यहां बता दें विहिप में जबलपुर जिले में नर्मदा और दुर्गावती जिला नाम से दो अध्यक्ष होते हैं।

आदाब खान की स्पेशल रिपोर्ट।

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