बून्द बून्द को तरस्ते ग्राम के बाशिंदे। नदी का दूषित पानी पीने को मजबूर गरीब आदिवासी।
ग्राम पंचायत सांवरी में इन दिनों लोग पानी की किल्लत से है परेशान।
हरदा से वसीम खान की रिपोर्ट।
सरकार लाखों करोड़ों रुपए गरीबों के लिए ग्राम पंचायतों और विभागों के माध्यम से खर्च करके उनकी मूलभूत आवश्यकताओं को पूर्ण करने का प्रयास कर रही है। वहीं इंसान की जिंदगी में जिसकी सबसे अधिक आवश्यकता होती है। जिसके बिना इंसान जी नहीं सकता उस पानी के लिए आदिवासी क्षेत्र के सैकड़ों परिवार दर दर की ठोकरें खा रहे हैं लेकिन उनको पानी नसीब नहीं हो रहा है। ना ही विभाग वाले उनकी ओर ध्यान दे रहे हैं। मामला ग्राम पंचायत सांवरी का है जिसमें विगत एक महीने से हैंडपम्प खराब पड़ा है। जिम्मेदार अधिकारी इस तरफ़ ध्यान ही नहीं दे रहे हैं। जबकि सरपंच, सचिव द्वारा पीएचई विभाग वालों को अवगत कराने के बाद भी हैंडपंप नहीं सुधारा जा रहा है l ऐसी भीषण गर्मी में लोगों को पानी नहीं मिलेगा तो क्या होगा।
पानी की किल्लत से आए दिन लोगों को दूर चलकर नदी से पानी लाना पड़ रहा है। जब इसकी सूचना मीडिया कर्मियों के द्वारा पीएचई विभाग के अधिकारियों को दी जानी चाही तो अधिकारियों द्वारा फोन नहीं उठाया गया।
हरदा से वसीम खान की रिपोर्ट।