नहर के पानी को लेकर किसानों ने दी आंदोलन की चेतावनी।
दीपगांव से शेख अफरोज की रिपोर्ट।
किसान हुए बेबस, आँखों के सामने नहर में पानी नहीं छोड़े जाने के चलते खराब हो रही सैकडों एकड़ की फसल। हुंकार भरते हुए किसानों ने दी आंदोलन की चेतावनी।
हरदा ज़िले में सिराली तहसील के ग्राम दीपगांव कला में विगत 15 दिनों से नहर में पानी नहीं आया है। पहले से ही साहूकारों के कारण कर्ज में डूबे किसानों की जान नहर में पानी नहीं आने से फसल बर्बाद होते देख निकली जा रही है।
आज दीपगांव के ही किसान नगीन मीणा ने बताया कि अगर जल्द से जल्द पानी नहर में नहीं आया तो हम किसान आंदोलन करेंगे, सभी किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि दिनांक 12 तारीख को मुंह दिखाई के लिए आधे घंटे नहर में पानी आया उसके उपरांत नहर पुनः बंद हो गई। आज की तारीख में ग्राम दीपगांव कला में लगभग 800 एकड़ जमीन के मुंग वेंटिलेटर पर आ गए हैं। इतनी भयानक स्थिति है कि शब्दों में बयान नहीं की जा सकती।किसानों ने अपने गेहूं का पैसा मुंग में लगा दिया और आज मुंग के लिए पानी नहीं है। सरकार ने खुले तौर पर कहा था कि हम 50 दिन के लिए नहर में पानी देंगे लेकिन 50 दिन तो छोड़िए 20 दिन ढंग से पानी नहीं मिला। नतीजा यह है की समस्त मूंग की फसल नष्ट होने की कगार पर है। इस नुकसान का उत्तरदायित्व राज्य सरकार का है। सरकार जल्द से जल्द पानी की व्यवस्था करे या फिर नष्ट हो रहे मुंग का सर्वे करा कर किसानों को मुआवजा दिलवाये। अगर सरकार ने पानी या सर्वे नहीं कराया तो किसान आंदोलन करेंगे।
दीपगांव से शेख अफरोज की रिपोर्ट।