ईद की नमाज़ अदा कर सभी ने कोरोना बीमारी से निजात पाने की दुआ की।
छपरा बिहार से शकील हैदर की रिपोर्ट।
छपरा। पूरे 30 दिनों तक रोज़ा रखने के बाद शुक्रवार को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अपने अपने घर में ही ईद नमाज़ अदा की। पिछले 2 वर्षों से कोरोना महामारी को देखते हुए सभी लोग जागरूक हो गए।
पूरे देश में रोजाना सैकड़ों लोगों की मौत हो रही है। इसको ध्यान में रखते हुए मुस्लिम समुदाय के लोगों ने इस वर्ष भी बहुत ही सादगी से अपने घर में ईद की नमाज़ अदा की। शहर की मस्जिदों में नमाज़ कोरोना महामारी को देखते नहीं हुई।
शिया मस्जिद में भी ताला बन्द पड़ा है। शकील हैदर ने कहा कि पर्व तो हर वर्ष आएगा।अभी हम सब धर्म के लोगों को अपनी अपनी सुरक्षा के लिए कोविड का वैक्सीन लेना अति आवश्यक है। हैदर ने कहा कि कोरोना महामारी बीमारी ने हम सभी को एक दूसरे की मुहब्बत से अलग कर दिया है।
हर वर्ष ईद की नमाज़ के बाद सभी लोग एक दूसरे से गले मिलकर मुबारक बाद देते थे। इस वर्ष सभी एक दूसरे से दूर हो गए। एक दूसरे के घर का आना जाना इस संकट बीमारी ने बन्द कर दिया। हैदर ने भी अपने घर पर ही ईद कि नमाज़ अदा की।
दुआ कि की अल्लाह हमारे रिश्तेदार, दोस्त और हमारे मुल्क के लोगों की हिफाज़त फरमा। हमारे जो भी लोग कोरोना से मरे हैं उनके गुनाहों को माफ कर जो कोरोना बीमारी से परेशान हैं। उन्हें जल्द से जल्द शिफा दे ताकि लोग अपने परिवार के साथ अपनी नई जिंदगी शुरू करें। आने वाले समय में हम सभी धर्मो के लोगों को इस महामारी बीमारी से निजात मिले। हम लोग ने कभी नहीं सोचा था कि हम सब कि जिंदगी ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और इंजेक्शन के दायरे में उलझ कर रह जाएगी। ईद के दिन हम सब गरीबों का भी ख्याल रखते हैं। ईद के दिन सभी ने नमाज़ अदा करने के बाद दुआ कि की ईद उल फितर के सदके में हम सब मिलकर दुआ करें की अपने शहर, देश दुनिया को अल्लाह कोरोना मुक्त बनाए और हम सब पहले जैसी जिंदगी जी सके। हमारे बच्चे की शिक्षा दीक्षा में सुधार हो। अल्लाह हम सभी को कोरोना मुक्त बनाए ताकि सभी लोग की जान माल की हिफाजत हो।
छपरा से शकील हैदर की रिपोर्ट।