अवैध मूरूम बजरी के ठेकेदारों की दबंग गाई आज भी सड़कों पर नजर आए बजरी से भरे वाहन।
सिराली से वसीम खान की रिपोर्ट।
सिराली। मुरूम बजरी के ठेकेदारों द्वारा लाखों रुपए के ठेके लेकर नदियों से अवैध खनन कर शासन को लगाया जा रहा है चुना, अधिकारी मौन। सिराली में अवैध मुरूम बजरी के ठेकेदार द्वारा लाखों रुपए के मुरूम बजरी के ठेके लेकर शासन प्रशासन को लगा रहे हैं चूना।
शासन, प्रशासन और अधिकारियों की मिलीभगत के कारण अवैध उत्खननकर्ता ठेकेदारों को शासन प्रशासन का कोई डर नहीं।दिनदहाड़े धड़ल्ले से कर रहे हैं अवैध उत्खनन। शासन की योजना में रोजगार गारंटी के अंतर्गत आने वाले ग्रेवल मार्ग एवं किसानों के खेत के रास्ते बनाने में कर रहे हैं तहसील क्षेत्र की नदी नालों से मुरूम बजरी का अवैध कारोबार। यह सब भी बिना रायल्टी चुकाए शासन की योजना में भी मुरूम बजरी का अवैध उत्खनन कर हो रहे हैं ठेकेदार मालामाल। इस दौरान नियम विरुद्ध सिराली तहसील क्षेत्र की सियानी नदी, घूगई नदी, माचक नदी, साख्ल्या नदी सहित तहसील क्षेत्र के अलग-अलग गांव महेंद्रगांव, खुदिया, जिनवानिया, जात्राखेड़ी, साख्ल्या नदी से जेसीबी मशीन तथा ट्रैक्टर की मदद से अवैध खुदाई की जा रही है। यह खेल खुलेआम चल रहा है लेकिन कोई देखने वाला नहीं है। जबकि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान एवं प्रभारी मंत्री श्री कमल पटेल के आदेश है कि किसी भी प्रकार का खनन के लिए मशीनों से उत्खनन नहीं होना चाहिए इसके बाद भी जेसीबी तथा लगभग दो दर्जन ट्रैक्टरों से सुबह 6:00 बजे से लेकर शाम के 6:00 बजे तक मुरूम बजरी का अवैध खनन किया जा रहा है। सिराली तहसील क्षेत्र में नदियां छलनी हो रही हैं लेकिन अफसरों और ठेकेदारों की मिलीभगत से दिनदहाड़े जेसीबी मशीन और ट्रैक्टरों की मदद से अवैध उत्खनन जारी है परंतु लगता है अवैध मुरूम बजरी के ठेकेदारों को शासन प्रशासन का किसी प्रकार का कोई डर नहीं है। दिनदहाड़े खुलेआम बीच नगर में थाना परिसर एवं तहसील कार्यालय के सामने से बजरी भरे ट्रैक्टर दौड़ रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा किसी प्रकार की कोई कार्रवाई अवैध उत्खनन करने वालों पर नहीं की जा रही है। यह सोचने का विषय है। ये रेत माफिया बेखोफ होकर सिराली तहसील क्षेत्र के आसपास की नदियों को छलनी करने का काम अवैध मुरूम बजरी के ठेकेदार द्वारा किया जा रहा है। वहीं शासन-प्रशासन तमाशा देख रहा है। अवैध उत्खनन करने वालों के सामने प्रशासन लाचार नजर आ रहा है। जिन अधिकारियों की जिम्मेदारी है वह आंखें मूंदे बैठे हैं। सवाल उठता है कि जहां दिन रात नदियों में मशीनों के द्वारा एवं ट्रैक्टरों के द्वारा अवैध मुरूम बजरी का उत्खनन निरंतर जारी है और सभी की आंखों में दिखाई देता है एवं विभागों के सामने से मुरूम बजरी के भरे हुए ट्रैक्टर ट्राली सुबह से शाम तक गुजरते हैं परंतु स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों को यह दिखाई क्यों नहीं देता है। तहसील क्षेत्र की नदियों में जेसीबी मशीन एवं ट्रैक्टर प्रशासन का मुंह चिढ़ा रहे हैं। अवैध खनन करने वाले लाखों रुपए के बजरी के ठेके लेकर नदी में जेसीबी मशीन लगाकर लगभग दो दर्जन ट्रैक्टरों से रात दिन कर ठेके का काम पूरा कर रहे हैं और चांदी कूट रहे हैं। नियम कहता है कि नदी के बीच जेसीबी मशीन द्वारा खनन नहीं किया जा सकता है लेकिन नियम विरुद्ध सिराली तहसील क्षेत्र की नदियों से जेसीबी मशीन तथा ट्रैक्टरों से बजरी का अवैध उत्खनन किया जा रहा है। जिसे आने जाने वाले आम व्यक्ति दिन रात अवैध उत्खनन होते हुए देख रहे हैं। बड़ा सवाल मीडिया द्वारा समाचार पत्रों में अवैध खनन की खबर प्रकाशित करने के बाद भी अधिकारियों द्वारा किसी प्रकार की कोई कार्रवाई अवैध उत्खनन करने वाले ठेकेदारों पर नहीं की जाती है तो आप इसे क्या समझेंगे।
सिराली से वसीम खान की रिपोर्ट।